हाइलाइट्स
-
पेट्रोल कंपनियों की अवैध वसूली पर सख्त
-
5 महीने में जनता से 25 करोड़ रुपए की वसूली
-
मोरटक्का पुल पर खंडवा कलेक्टर ने रोके टैंकर
खंडवा कलेक्टर ने मोरटक्का पुल पर Petroleum Companies के टैंकरों को रोक दिया. इन सभी कंपनियों ने टैक्स के नाम पर जनता से करोड़ों रुपए की एक्ट्रा वसूली की है.
तेल कंपनियां इंदौर से खरगोन होकर आने की बात कहकर जनता से 1 रूपए 38 पैसे प्रति लीटर ज्यादा पैसा ले रहीं थी.
जबकि सारे वाहन अब मोरटक्का पुल से ही निकल रहे हैं. बावजूद पेट्रोल-डीजल के रेट कम नहीं किए गए.
बारिश के दौरान लगी थी पाबंदी
दरअसल भारी बरसात के दौरान जब नर्मदा में बाढ़ आई थी तब इंदौर हाईवे का मोरटक्का ब्रिज ( Mortakka Bridge) डूब गया था. जिससे पुल क्षतिग्रस्त हो गया.
इसी कारण नेशनल हाईवे ऑथारिटी ऑफ इंडिया ने (NHAI) ने इस पुल पर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी. इसी कारण डीजल-पेट्रोल के टैंकर खलघाट होकर खंडवा आने लगे थे.
इसी कारण खंडवा,बुरहानपुर में परिवहन लागत का बहाना लेकर पेट्रोलियम कंपनियों ने डीजल-पेट्रोल के रेट 1 रूपए 38 पैसे प्रति लीटर तक बढ़ा दिए थे. अब जब पुल चालू हो गया है तब भी कंपनियां ये अवैध वसूली कर रही हैं.
यह भी पढ़ें: MP में अब Illegal colonies पर लगेगा NSA, मोहन सरकार का नया कानून, क्षेत्र के अधिकारियों पर भी होगी कार्रवाई
5 महीने में 25 करोड़ एक्ट्रा वसूले
पेट्रोलियम कंपनियों (Petroleum Companies) ने 5 महीने में जनता से एक्ट्रा चार्ज के नाम पर 25 करोड़ रूपए से ज्यादा की वसूली की है. सामाजिक संगठनों ने इस मामले की शिकायत कलेक्टर अनूप सिंह से की. खंडवा कलेक्टर ने कंपनियों को कई बार चेतावनी भी दी. लेकिन कंपनियों ने रेट कम नहीं किए. इसके बाद कलेक्टर अनूप सिंह ने अब फूड विभाग और पुलिस की सहायता से डीजल-पेट्रोल के टैंकरों को पुल पार करने के पहले ही रूकवा दिया.