तिरुवनंतपुरम, सात जनवरी (भाषा) केरल विधानसभा अध्यक्ष (Kerala Assembly Speaker) पी. श्रीरामकृष्णन (P. Sreeramakrishnan) ने बृहस्पतिवार को कहा कि डॉलर तस्करी के मामले में उनके सहायक निजी सचिव से सीमा शुल्क विभाग द्वारा पूछताछ करने के लिए उनकी पूर्व अनुमति जरूरी है। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि वह किसी भी जांच में बाधा उत्पन्न नहीं करेंगे।
श्रीरामकृष्णन ने विधानसभा कार्य विधि (Assembly Procedure) के नियमों का हवाला देते हुए कहा कि विधानसभा परिसर (Assembly complex) में किसी भी व्यक्ति के खिलाफ विधिक कार्रवाई करने के लिए स्पीकर की अनुमति आवश्यक है।
श्रीरामकृष्णन ने विधानसभा सचिव एस वी उन्नीकृष्णन नायर (S V Unnikrishnan Nayar) द्वारा हाल में सीमा शुल्क विभाग को भेजे गए पत्र को भी उचित ठहराया, जिसमें कहा गया है कि विधानसभा सचिवालय के तहत आने वाले किसी व्यक्ति से पूछताछ के लिए विधानसभा अध्यक्ष की सहमति आवश्यक है।
श्रीरामकृष्णन का यह बयान ऐसे समय आया है जब एक दिन पहले मीडिया में खबर आयी थी विधानसभा सचिव (Assembly Secretary) ने उनके सहायक निजी सचिव के अयप्पन (Ayappan) को पूछताछ के लिए उपस्थित होने के लिए नोटिस जारी करने के बाद सीमा शुल्क विभाग को पत्र भेजा है।
चूंकि राज्य विधानसभा का बजट सत्र (Budget Session) शुक्रवार को शुरू होने वाला है, विधानसभाध्यक्ष ने यह भी कहा कि विपक्षी यूडीएफ के उस नोटिस पर उचित कार्यवाही होगी जिसमें उन्हें सोने और डॉलर की तस्करी में आरोपों के मद्देनजर संवैधानिक पद से हटाने की मांग की गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘नियमों के अनुसार, विधानसभा परिसर के भीतर किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई करने के लिए स्पीकर की अनुमति आवश्यक होती है। सब कुछ कानून के नाम पर किया जाता है। इसलिए, सचिव ने (सीमा शुल्क विभाग को) को केवल सूचित किया कि सब कुछ सदन की कार्य विधि के नियमों के तहत किया जाना चाहिए।’’
श्रीरामकृष्णन ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि केंद्रीय जांच एजेंसियां (Central Investigation Agencies) उनसे पूछताछ करेंगी।
विधानसभाध्यक्ष ने कहा, ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि मेरी तरफ से कोई चूक नहीं हुई है। इसलिए मुझे कोई चिंता नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि यदि यह साबित हो गया कि उन्होंने किसी से भी रिश्वत के रूप में एक रुपये भी स्वीकार किए है तो वह अपना राजनीतिक करियर समाप्त कर देंगे।’’
हालांकि, नेता प्रतिपक्ष रमेश चेन्निथला ने आरोप लगाया कि विधानसभा अध्यक्ष विधानसभा के नियमों की गलत व्याख्या कर रहे हैं और जांच को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पहले केरल विधानसभा में यह व्यवस्था दी गई थी कि सदन के सदस्यों को जो संवैधानिक संरक्षण (Constitutional Protection) प्राप्त है वह अन्य किसी को प्राप्त नहीं होंगे।
चेन्निथला ने कहा, ‘‘यह गंभीर मामला है कि स्पीकर और उनका कार्यालय डॉलर की तस्करी जैसे अपराध की जांच में बाधा डालने की कोशिश कर रहे हैं।’’
विधानसभा अध्यक्ष श्रीरामकृष्णन की कुछ महीने पहले सोने की तस्करी मामले के एक आरोपी संदीप नायर (Sandeep Nayar) की दुकान का उद्घाटन करने के लिए विपक्ष द्वारा आलोचना की गई थी।
पिछले सप्ताह मीडिया में आयी खबरों में कहा गया था कि सीमा शुल्क विभाग डॉलर की तस्करी के मामले में पूछताछ के लिए जल्द ही उन्हें नोटिस देगा।
भाषा. अमित माधव
माधव