कानपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को देश के विभिन्न वर्गों से अपने अंदर व्याप्त बुराइयों को मिटाकर आगे बढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण में संपूर्ण समाज की सहभागिता जरूरी है। शनिवार को दो दिवसीय दौरे पर कानपुर पहुंचे भागवत ने नाना राव पार्क में वाल्मीकि समाज के लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “वाल्मीकि समाज सहित देश के विभिन्न समुदाय के लोगों को अपनी सभी बुराइयों को दूर करके आगे बढ़ने की प्रतिज्ञा लेनी होगी।” उन्होंने कहा, “राष्ट्र निर्माण में सिर्फ व्यक्तिगत स्तर पर ही नहीं, बल्कि संपूर्ण समाज की सहभागिता जरूरी है। लोगों को महर्षि वाल्मीकि से सहानुभूति, समर्पण और कर्तव्य भावना की सीख लेनी चाहिए।”
संघ प्रमुख ने महर्षि वाल्मीकि की जयंती के अवसर पर नाना राव पार्क में स्थित वाल्मीकि प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर भी माला चढ़ाई। भागवत ने कहा, “महर्षि वाल्मीकि न होते तो दुनिया राम को नहीं जान पाती। अगर लोग उनके बारे में जानना चाहते हैं तो उन्हें वाल्मीकि रामायण पढ़नी चाहिए, जिसमें भगवान राम के चरित्र का वर्णन किया गया है। रामायण खुद को बेहतर बनाने की चाह रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए अनमोल है।”
उन्होंने कहा कि वाल्मीकि समाज को आरएसएस की शाखाओं में जाकर वहां के स्वयंसेवकों से बात करनी चाहिए और देश के उत्थान के लिए पूरे समर्पण से अपना योगदान देने की कोशिश करनी चाहिए। संघ प्रमुख ने कहा, “भीमराव आंबेडकर ने संविधान में समाज को अधिकार दिए हैं, लेकिन सिर्फ कानूनी प्रावधानों से कुछ नहीं होगा। हमें हमें स्वयं को और देश को आगे ले जाने के लिए संकल्पबद्ध होना पड़ेगा।” भागवत उत्तर भारत के पहले ‘स्वर संगम घोष’ शिविर में शिरकत करने के लिए शनिवार को नयी दिल्ली से हावड़ा-राजधानी एक्सप्रेस के जरिये कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पहुंचे।
स्टेशन से उन्हें पंडित दीन दयाल उपाध्याय सनातन धर्म विद्यालय ले जाया गया। संघ का पांच दिवसीय ‘स्वर संगम घोष’ शिविर कार्यक्रम बृहस्पतिवार को दीन दयाल उपाध्याय सनातन धर्म विद्यालय और वीएसएसडी कॉलेज में शुरू हुआ था। भागवत के इस दौरे के मद्देनजर व्यापक पुलिस बल तैनात किया गया है। संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि खुफिया एजेंसियों को भी सतर्क किया गया है।