Kajal on Diwali: दिवाली के दिन माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा विधि-विधान के साथ की जाती है। दिवाली की रात घर पर दीपक से बने काजल लगाने की भी परंपरा है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन काजल लगाने का एक विशेष महत्व है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, काला काजल या टीका हमें बुरी शक्तियों से बचाता है। इसी कारण दिवाली की रात लक्ष्मी-गणेश पूजन करने के बाद काजल बनाकर इसे लगाया जाता है। यह काजल आंखों में ही नहीं बल्कि तिजोरी, चूल्हा, दरवाजों आदि में लगाया जाता है।
काजल लगाने का उपाय
दिवाली की रात आंखों में काजल लगाने से नजर दोष नहीं लगता। इसके साथ ही यह आपका आपका भाग्य खोलता है और आपको धनवान भी बनाता है। दिवाली की रात काजल लगाने के कई वैज्ञानिक कारण भी है। माना जाता है कि दिवाली के दिन पटाखों के कारण अधिक प्रदूषण होता है। ऐसे में सबसे ज्यादा असर आंखों पर पड़ता है। ऐसे में काजल लगाना हमारी आंखों के लिए लाभकारी है।
घर में बने काजल का उपाय
यदि आपके घर में कोई बीमार है तो उसके कमरे में भी आप उस काजल को रख सकती हैं। बल्कि इस काजल को बीमार व्यक्ति के पैर के तलवे और हाथ की हथेलियों पर भी लगा सकती हैं। यदि आपके शत्रु आपको कष्ट पहुंचा रहे हैं या फिर आपके काम में बाधा ला रहे हैं, तो आपकी इस बाधा को दूर करने के लिए आप दिवाली की रात काजल को बहते जल में प्रवाहित कर दें। ऐसा भी माना जाता है कि दिवाली की रात में दीपक से बना हुआ काजल लगाने से घर परिवार में किसी को बुरी नजर नहीं लगती है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार दिवाली की रात में काजल लगाने से घर में सुख-समृद्धि के साथ-साथ शांति भी बनी रहती है।
कैसे बनाते हैं दीपक से काजल?
अगर आफ दीपक से काजल बनाना चाहती हैं तो आप दीपक को पहले तेल से भर दें फिर उसमें रुई की बत्ती को सही से भिगो दीजिए। इसके बाद जब रुई की बत्ती सही से भीग जाए तो उसके ऊपर किसी छोटी प्लेट या कटोरी को सावधानी के साथ रख दें। प्लेट में आपको थोड़ी सी कार्बन कोटिंग यानी कालिख की तरह नजर आएगी। अब आपको दीपक को बुझा कर प्लेट को हटाना होगा। ध्यान रखें कि प्लेट हटाने के लिए आप कपड़े का यूज करें ताकि प्लेट गर्म होने पर आपको कोई नुकसान ना हों। अब आप डिब्बी में काजल को कुछ बूंद घी के मिला लीजिए। इसके बाद इस डिब्बे को रख दें। अब आप इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। इस तरह से आप दीपक से काजल को बहुत आसानी से बना सकती हैं।