Kailash Joshi: मध्यप्रदेश का वो मुख्यमंत्री जिसे नींद की बीमारी के कारण पद से इस्तीफा देना पड़ा था!

भोपाल। स्टोरी ऑफ द डे में आज हम बात करने वाले हैं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी (Kailash Joshi) के बारे में। जोशी प्रदेश के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री भी थे। उनसे जुड़ा एक किस्सा मध्यप्रदेश की सियासत में काफी प्रचलित है। कैलाश जोशी को इतना नींद आता था कि इस चीज से जनता पार्टी के नेता काफी परेशान रहते थे। क्योंकि उनके इस आदत से विपक्ष को मुद्दा मिल जाता था।
नींद लेने के थे आदी
जोशी को अपने इस आदत के कारण इस्तीफा तक देना पड़ा था। वो नींद लेने के इतने आदी थे कि उन्हें इसके सामने कुछ नहीं दिखता था। वो जब मुख्यमंत्री बनें थे तब मध्यप्रदेश में जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत से जीत मिली थी। जीत के बाद कैलाश जोशी को विधायक दल का नेता चुना गया था। लेकिन उन्हें कुछ ऐसी बीमारी थी कि वो दिनभर में 18-18 घंटे तक सोते रहते थे। उन्हें सचिवालय गए हफ्ते हो जाते थे। अगर कोई अफसर जरूरी फाइल को लेकर उनके घर तक जाता थ। तो वो फाइल पर साइन करते-करते सो जाते थे।
पार्टी को लगता था कि मुख्यमंत्री पर जादू टोना किया गया है
कांग्रेस जहां इस चीज को लेकर मुद्दा बनाती थी। वहीं जनता पार्टी को लगता था कि विपक्ष ने उनके मुख्यमंत्री पर कोई जादू टोना करवाया है। इस कारण से वो दिन रात नींद में रहते हैं। लोग उनके नींद को लेकर तरह-तरह की बातें किया करते थे। इस बात से परेशान होकर उनसे मिलने केंद्रीय नेतृत्व के एक बड़े नेता भोपाल आए। जोशी भी इस दिन मीटिंग में जाने के लिए तैयार हो गए थे। वो सीएम आवास से निकल भी चुके थे। लेकिन जिस जगह पर दोनों की मुलाकात होनी थी। उससे पहले ही उन्हें नींद आने लगी। उन्होंने ड्राइवर को गाड़ी घुमाने के लिए कहा और वो वापस सीएम हाउस आ गए। वहीं, उनसे मुलाकात करने आए नेता इंतजार करते रह गए।
पीएम जब मिलने पहुंचे तब भी सो रहे थे
कैलाश जोशी जब मुख्यमंत्री थे तब केंद्र में भी जनता पार्टी की सरकार थी और मोरारजी देसाई (Morarji Desai) प्रधानमंत्री हुआ करते थे। उन्होंने मध्य प्रदेश में तीन दिनों का दौरा निर्धारित किया था। जब वो भोपाल एयरपोर्ट पहुंच, तो प्रोटोकॉल के अनुसार पीएम की आगवानी के लिए सीएम कैलाश जोशी को एयरपोर्ट पर जाना था। लेकिन उनकी जगह पर जनता पार्टी के ही नेता वीरेंद्र कुमार सकलेचा पहुंचे। पीएम भी दौरा शुरू करने से पहले सीधा एयरपोर्ट से सीएम आवास पहुंच गए। अधिकारियों ने सीएम को बताया कि आवास पर प्रधानमंत्री आए हैं। जोशी तब भी सो रहे थे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मैं आता हूं और वो दूसरी तरफ करवट करके सो गए।
नींद की बीमारी के कारण काम पर नहीं दे पा रहे थे ध्यान
कहा जाता है कि इस घटना के बाद कैलाश जोशी को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था। क्योंकि वो अपनी नींद की बीमारी के कारण काम पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पा रहे थे। हालांकि वो जनता पार्टी के एक कद्दावर नेता थे। उन्हें मध्यप्रदेश की राजनीति का संत भी कहा जाता था। 24 नवंबर 2019 को उनका निधन हो गया।