BJP नेता और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का गुरुवार को अंतिम संस्कार किया गया…मां को मुखाग्नि देते वक्त सिंधिया अपने आंसुओं को रोक नहीं पाए…शुक्रवार को सिंधिया मां की अस्थि संचय करने के लिए छत्री परिसर पहुंचे…इस दौरान सिंधिया परिवार के राजपुरोहितों ने राजसी परंपरा के विधि-विधान से पूजन कराया…उसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी माता की अस्थियां एकत्रित कीं…तीन कलशों में इन अस्थियों को रखा गया है…बता दें कि ये सभी कलश राजसी परंपरा के तहत माधव बाग में 9 दिनों तक पेड़ पर बांधे जाएंगे…दसवें दिन इन कलशों को उज्जैन, इलाहाबाद और नेपाल रवाना किया जाएगा…जहां अस्थि विसर्जन किया जाएगा…सिंधिया परिवार के करीबी बाल खांडे ने बताया कि राजमाता की अस्थियां उत्तर प्रदेश के उज्जैन, प्रयागराज के इलाहबाद और नेपाल भेजी जाएंगी…और को चंबल नदी में प्रवाहित किया जाएगा…उसके बाद 13वीं होगी और 14वें दिन महाराज की पगड़ी रस्म की जाएगी…माधवी राजे सिंधिया का बुधवार सुबह दिल्ली के एम्स में निधन हो गया था…दरअसल, उनका निमोनिया और सेप्सिस का तीन महीने से प्रमुख अस्पताल में इलाज चल रहा था…
भोपाल में शिवमहापुराण: कथावाचक रिचा गोस्वामी बोलीं- सब नश्वर, एक दिन समाप्त हो जाएगा, भगवान की सत्ता हमेशा व्याप्त रहेगी
Bhopal Shivmahapuran: इस जगत की जो भी वस्तुएं हैं, वह सब नश्वर हैं। आज हैं, कल नहीं रहेंगे। संसार में...