Justice DY Chandrachud: इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है जहां पर भारत के 50वें नए मुख्य न्यायाधीश के तौर पर जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने जिम्मेदारी निभाई है। जहां पर बताते चलें कि, आज राष्ट्रपति भवन में एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई है।
10 नवंबर 2024 तक जारी रहेगा कार्यकाल
आपको बताते चलें कि, चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ का कार्यकाल 10 नवंबर 2024 तक जारी रहेगा।आपको बताते चले कि, 8 अक्टूबर को पूर्व CJI यूयू ललित ने कानून मंत्री किरन रिजिजू को उनके नाम की सिफारिश की थी। यूयू ललित ने SC के जजों की उपस्थिति में पर्सनली जस्टिस चंद्रचूड़ को अपने पत्र की एक कॉपी सौंपी थी। जिसके बाद उनके नाम को लेकर सहमति बनी और आज उनकों मुख्य न्यायाधीश की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
भारत के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई.चंद्रचूड़ ने शपथ लेने के बाद संसद में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने कहा, “देश की सेवा करना मेरी प्राथमिकता है। हम भारत के सभी नागरिकों की रक्षा करेंगे चाहे वह तकनीक या न्यायिक सुधारों के मामले में हो।” pic.twitter.com/D7rz2AvvpL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 9, 2022
पिता बनें थे 16वें मुख्य न्यायाधीश
आपको बताते चलें कि, जस्टिस चंद्रचूड़ के पिता जस्टिस वाईवी चंद्रचूड़ ने भी भारत के 16वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर जिम्मेदारी संभाली थी। जहां पर जस्टिस वाईवी चंद्रचूड़ का कार्यकाल 22 फरवरी 1978 से 11 जुलाई 1985 तक इस पद पर रहे। आप नहीं जानते होगें जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ पिता के 2 बड़े फैसलों को SC में पलट भी चुके हैं। इसे लेकर भारत के प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने बुधवार को कहा कि देश के लोगों की सेवा करना उनकी ‘‘प्राथमिकता’’ है। राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद देश के 50वें सीजेआई उच्चतम न्यायालय परिसर में पहुंचे तथा महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा, ‘‘आम जनता की सेवा करना मेरी प्राथमिकता है। कृपया भरोसा रखें, मैं देश के सभी नागरिकों के लिए काम करूंगा। चाहे प्रौद्योगिकी हो या रजिस्ट्री हो…या न्यायिक सुधार हो, मैं हर मामले में नागरिकों का ध्यान रखूंगा।’’ सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि भारतीय न्यायपालिका का नेतृत्व करना ‘‘बहुत बड़ा अवसर और जिम्मेदारी’’ है। यह पूछने पर कि वह न्यायपालिका में लोगों के विश्वास को कैसे बनाए रखेंगे, इस पर सीजेआई ने कहा, ‘‘मैं न केवल शब्दों में बल्कि अपने काम से नागरिकों के बीच विश्वास सुनिश्चित करूंगा।’’ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने न्यायाधीश चंद्रचूड़ को भारत के 50वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलायी। उन्होंने पूर्व प्रधान न्यायाधीश, न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित का स्थान लिया है जो मंगलवार को सेवानिवृत्त हो गए।