Jodhpur SDM Priyanka Vishnoi: राजस्थान के जोधपुर में एसडीएम रह चुकीं आरएएस अधिकारी प्रियंका बिश्नोई की बुधवार देर रात अहमदाबाद में इलाज के दौरान मौत हो गई। करीब बीस दिन पहले उनका जोधपुर के वसुंधरा हॉस्पिटल में बच्चेदानी का ऑपरेशन हुआ था। इसके बाद से ही उनकी तबियत लगातार बिगड़ चली गई, जिसके कारण उन्हें अहमदाबाद के सिम्स हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। प्रियंका बिश्नोई 2016 बैच की आरएसएस अधिकारी थीं। उनका तबादला कुछ दिन पहले ही नगर निगम जोधपुर में उपायुक्त के पद पर किया गया था। प्रियंका का अंतिम संस्कार गुरुवार दोपहर फलोदी के सुरपुरा में किया जाएगा।
राजस्थान प्रशासनिक सेवा की अधिकारी प्रियंका बिश्नोई जी का निधन अत्यंत दुःखद है।
प्रभु श्रीराम जी से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान तथा परिजनों को यह शोक सहन करने का सामर्थ्य प्रदान करें।
ॐ शांति!@RajCMO @RajGovOfficial
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) September 18, 2024
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आरएएस अधिकारी प्रियंका बिश्नोई को पेट दर्द की शिकायत थी। जांच करवाने के बाद उन्हें डॉक्टरों ने बच्चेदानी में गांठ की समस्या बताई थी। इसके अलावा डॉक्टरों ने प्रियंका बिश्नोई को इलाज के लिए ऑपरेशन कराने की सलाह भी दी थी। इसी की वजह से जोधपुर के वसुंधरा हॉस्पिटल में उनका ऑपरेशन कराया गया था। बिश्नोई के परिवार वालों ने वसुंधरा हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाया था।
कलेक्टर ने कमेटी का किया गठन, तीन दिन में मांगी रिपोर्ट
RAS अधिकारी प्रियंका बिश्नोई के ससुर सेईराम बिश्नोई ने पत्र लिखकर इस मामले की जांच करवाने की मांग की है। आरोप है कि उन्हें बेहोशी की दवा अधिक दे दी गई। इस वजह से उनकी हालात बिगड़ने लगी। मामले में जोधपुर जिला कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को कमेटी बनाकर जांच करने के आदेश दिए हैं। वहीं, तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा है। जबकि मामले में कमेटी ने आज से ही जांच को शुरू कर दिया है। रिपोर्ट में अगर इलाज के दौरान लापरवाही का मामला सामने आता है तो हॉस्पिटल पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
वसुंधरा हॉस्पिटल के डॉक्टर ने कहा ये
वहीं, इस पूरे मामले पर वसुंधरा हॉस्पिटल की ओर से डॉ. संजय मकवाना का कहना है कि सर्जिकल कोई कॉम्पिलकेशन नहीं था। उनके ब्रेन में जन्म से ही एक एवी मालफॉर्मेशन था। वह काफी कम उम्र से ही था जो कि कभी भी लीक कर सकता है। दुर्भाग्यवश हमारे पास ऑपरेशन के 24 घंटे की रिकवरी के बाद ही वह लीक कर गया। उस दिन स्ट्रेस के कारण उनमें लक्षण आने शुरू हो गए थे। सीटी स्कैन में भी यही बात सामने आई थी।
वहीं, दूसरी और परिजनों का आरोप है कि वसुंधरा हॉस्पिटल की ओर से लापरवाही बरती गई है। अब देखना यह होगा कि कलेक्टर के द्वारा गठित की गई कमेटी अपनी रिपोर्ट्स में क्या नया खुलासा करती है। साथ ही यह भी देखना होगा कि अगर प्रियंका बिश्नोई के ब्रेन में जन्म से ही एक एवी मालफॉर्मेशन था, तो क्या इसकी जानकारी उन्होंने उनके परिजन या फिर प्रियंका बिश्नोई को दी थी या नहीं।