Jio Financial Services: रिलायंस ग्रुप (Reliance Group) की फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी (Financial Services Company) जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (JFSL) और ब्लैकरॉक ने 50-50 Percent हिस्सेदारी वाला एक ज्वॉइंट वेंचर (Joint Venture) बनाने का ऐलान किया है।
बयान में कहा गया कि दोनों कंपनियां (Companies) इसमें 15-15 Crore Dollar का निवेश (Invest) करेंगी। दोनों कंपनियों की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि जियो ब्लैकरॉक वेंचर (Blackrock Venture) देश के भीतर एसेट मैनेजमेंट (Asset Management) कारोबार में उतरेगा।
म्यूचुअल फंड लाइसेंस की मंजूरी का भी इंतजार
कंपनियां मार्केट रेगुलेटर SEBI के साथ अपने म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) लाइसेंस की मंजूरी का भी इंतजार कर रही हैं। इससे पहले APAC, BlackRock के चेयरमैन और हेड राचेल लॉर्ड ने कहा “भारत एक बेहद महत्वपूर्ण अवसर का प्रतिनिधित्व करता है।
बढ़ती समृद्धि, अनुकूल डेमोग्राफी (Demography) और इंडस्ट्री में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन (Digital Transformation in Industry) का आगे बढ़ना बाजार को आश्चर्यजनक तरीकों से नया आकार दे रहा है। ”
रिलायंस से अलग हो चुकी है जियो फाइनेंशियल
Jio Financial Services एक वित्तीय सेवा (financial service) प्रदान करने वाली कंपनी है। यह पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज की सब्सिडियरी (Subsidiary of Reliance Industries) थी।
यह अगस्त, 2023 में भारतीय शेयर बाजार (Indian stock market) में registered हुई थी। यह कंपनी Payment Solutions और बीमा प्रदान करती है।
BlackRock, Inc एक अमेरिकी इनवेस्टमेंट MNC है। यह दुनिया की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी (Worlds largest asset management company) है।
31 दिसंबर, 2023 तक कंपनी के AUM लगभग 10 ट्रिलियन डॉलर (10 Trillion Dollar) था।
ब्लैकरॉक की 5 साल बाद वापसी
ब्लैकरॉक 11 ट्रिलियन की संपत्ति संभालता है। साल 2018 में इस कंपनी ने भारत से दूरी बना ली थी, लेकिन 5 साल बाद यह दोबारा से वापसी कर रही है।
रिलायंस के साथ मिलकर यह कंपनी भारत में फिर से वापसी कर रही है।
बता दें कि हाल ही में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी सब्सिडयरी Reliance Strategic Investment का नाम बदलकर Jio Financial Services कर दिया था।
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर (Share) में जल्द ट्रेडिंग (Trading) शुरू होगी।