नई दिल्ली। एक समय था जब इंटरनेट भारत में अमीरों की पहचान हुआ करता था। लेकिन आज तकनीकी क्रांति के बाद इंटरनेट आम आदमी की पहुंच में है। 2016 में रिलायंस जियो के लॉन्च के बाद भारत में डेटा की मांग में असाधारण उछाल आया है। इसी को देखते हुए रिलायंस जियो अब अंतरराष्ट्रीय सबमरीन केबल सिस्टम बना रही है। जिसके तहत भारत में जल्द ही 5G की सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है। jio, 5G स्पीड के लिए 16 हजार किलोमीटर के दो नए समुद्री डेटा केबल डाल रही है। केंद्र सरकार ने भी टेलीकॉम कंपनियों को 5G ट्रायल की अनुमति दे दी है। ऐसे में जानना जरूरी है कि आखिर ये 5G है क्या और कैसे काम करती है?
5G की विशेषता
G यानी Generation। जैसे- 2G, 3G, 4G वैसे ही इसका अगला जनरेशन है 5G। इसमें तेज नेटवर्क स्पीड, बिना रुकावट एचडी सर्फिंग, बेहतरीन सेवा और भी बहुत कुछ देखने को मिल सकता है। भारत सरकार ने 5G ट्रायल की अनुमति दे दी है और टेलीकॉम कंपनियों को जल्द ही इसके लिए स्पेक्ट्रम उपलब्ध करवाया जाएगा। एयरटेल ने तो 5G नेटवर्क की टेस्टिंग भी कर ली है। 5G सेलुलर सेवा की लेटेस्ट टेक्नोलॉजी है। जिसे 4G नेटवर्क का अगला वर्जन कहा जा सकता है। इसमें यूजर्स को ज्यादा नेट स्पीड, कम लेटेंसी और ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी देखने को मिलेगी। अबतक की सेलुलर टेक्नोलॉजी कनेक्टिविटी पर फोकस किया करती थी, लेकिन 5G सेलुलर टेक्नोलॉजी एक कदम आगे बढ़ कर क्लाउड से क्लाइंट को सीधे कनेक्ट करेगा।
5G के आने से क्या बदल जाएगा?
यानी इंटरनेट की स्पीड 4G की तुलना में काफी ज्यादा तेज होगी। 4G की पीक स्पीड जहां 1 GBPS तक की है। वहीं, 5G की पीक स्पीड 20 GBPS यानी 20 जीबी प्रति सेकेंड तक की होगी। इससे कनेक्टिविटी भी काफी बेहतर होने वाली है। 5G टेक्नोलॉजी से हेल्थकेयर, वर्चुअल रियलिटी, क्लाउड गेमिंग के लिए नए रास्ते खुलेंगे और सबसे बड़ी बात ड्राइवरलेस कार की संभावना इसके जरिये पूरी हो सकती है। इसके अलावा आनेवाले दिनों में कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, यातायात प्रबंधन, स्मार्ट सिटी के कई एप्लिकेशंस की एक विस्तृत शृंखला क्रांति की उम्मीद जताई जा रही है।
देश में कबतक लॉन्च होगा 5G ?
4G का मजा ले चुके लोग अब भारत में 5G नेटवर्क लॉन्च होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हालांकि ऐसा कब संभव होगा, इसे लेकर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। लेकिन कुछ जानकारों की माने तो कुछ कंपनी इस साल के आखिर में 5G को लॉन्च कर सकती है। जबकि कुछ का मानना है कि डोमेस्टिक टेलीकॉम मार्केट को 5G सेवाओं के लिए तैयार होने में 2 साल भी लग सकते हैं। भारत सरकार ने भी अभी तक 5G स्पेक्ट्रम की सेल शरू नहीं की है।
एयरटेल ने कहा- हम सेवा देने के लिए तैयार
वहीं भारत में सबसे पहले 5G नेटवर्क की टेस्टिंग करनेवाली कंपनी एयरटेल का दावा है कि वो सेवा देने के लिए तैयार है। बस सरकार देश में 5G कनेक्टिविटी सर्विस की शुरूआत कर दे। वहीं अगर रिलायंस जिओ की बात करें तो कंपनी साल के अंत में 5G को लॉन्च कर सकती है।