हाइलाइट्स
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झारखंड में अब चंपई सरकार
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2 डिप्टी सीएम होने की चर्चा
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हेमंत की याचिका पर SC में सुनवाई
Jharkhand News: हेमंत सोरेन की ईडी के हाथों गिरफ्तारी के बाद झारखंड में सियासी संकट के बादल देर शाम छंट गए जब राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने विधायक दल के नेता चंपई सोरेन को शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रण दे दिया।
चंपई सोरेन झारखंड के 12वें सीएम बन गए हैं। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार दोपहर 12.20 बजे उन्हें शपथ दिलाई। झारखंड में 23 साल में 11 बार सीएम बदले हैं। इनमें अर्जुन मुंडा और शिबू सोरेन तीन-तीन बार मुख्यमंत्री बने। रघुवर दास एकमात्र ऐसे सीएम रहे, जिन्होंने पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा किया।
#WATCH | Jharkhand CM-designate Champai Soren leaves from Circuit House in Ranchi to meet former CM and JMM national president Shibu Soren. pic.twitter.com/fZdzcMK5a6
— ANI (@ANI) February 2, 2024
चंपई नए मुख्यमंत्री के तौर पर शुक्रवार को शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण के बाद उन्हें 10 दिन के अंदर बहुमत साबित करना होगा।
सोरेन की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने ठुकराई
इससे पहले आज ही सुबह झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने गिरफ्तारी के खिलाफ सोरेन की याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने उनसे कहा- आपको पहले हाईकोर्ट जाना चाहिए था।
कोर्ट ने कहा कि हम एक व्यक्ति को अनुमति देंगे तो सभी को देनी होगी। जांच एजेंसी ने सोरेन को 31 जनवरी की रात को गिरफ्तार किया था।
ईडी ने कोर्ट से हेमंत सोरेन की 10 दिन की रिमांड मांगी
बता दें कि ईडी ने कोर्ट से हेमंत सोरेन की 10 दिन की रिमांड मांगी थी, जिसपर आज बहस होगी और कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी। वहीं गुरुवार को ही राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन ने चंपई सोरेन को शपथ ग्रहण का न्योता दे दिया।
चंपई सोरेन आज झारखंड के सीएम पद की शपथ लेंगे। उन्हें 10 दिनों के अंदर बहुमत साबित करना होगा। राज्यपाल ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक दल के नेता चंपई सोरेन और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम को देर रात राजभवन बुलाया और चंपई सोरेन को सरकार बनाने का न्योता दिया।
इधर, ED को झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की रिमांड गुरुवार को नहीं मिली। कोर्ट ने ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया है। कोर्ट आज रिमांड पर फैसला सुनाएगी।
चंपई ने किया स्थिर सरकार का दावा
बुधवार रात को हेमंत के इस्तीफे के तत्काल बाद ही चंपई ने महागठबंधन के 47 विधायकों के समर्थन के साथ सरकार बनाने के लिए दावा पेश कर दिया था, लेकिन राज्यपाल ने उन्हें शपथ ग्रहण कराने को लेकर कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिए। गुरुवार को देर रात तक राजभवन की चुप्पी बरकरार रही।
चंपई सोरेन का दावा, उनके पास 47 विधायकों का समर्थन
झारखंड टाइगर नाम से जाने जाने वाले चंपई सोरेन ने दावा किया है कि उन्हें 47 विधायकों का समर्थन हासिल है। हालांकि, खबर है कि सरकार बनाने के दावे में 43 विधायकों के ही हस्ताक्षर हैं। दावे के मुताबिक 47 विधायक चंपई के पाले में हैं, जो बहुमत से सिर्फ 6 ज्यादा हैं और विधायकों के खिसकने की अटकलें तेज हैं।
ऐसे में बहुमत साबित होने तक चंपई की सरकार पर तलवार लटकी होगी। चंपई और उनके साथी विधायकों का वीडियो भी जारी किया गया, जिसमें जेएमएम के कुल विधायकों की संख्या 29 है, लेकिन बताया जाता है कि सरकार के समर्थन में केवल 24 विधायक हैं।
चंपई सोरेन के साथ नहीं दिख रहे विधायकों में शिबू सोरेन की बहू सीता सोरेन भी शामिल हैं। इसका कारण सामने नहीं आया है। बहरहाल कांग्रेस के 17 विधायक और आरजेडी और सीपीआई-एमएल के एक-एक विधायक हैं।