हाइलाइट्स
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जयंत चौधरी ने एनडीएम में शामिल होने का दिया संकेत
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पीएम मोदी की तारीफ की
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सरकार चौधरी चरण सिंह को देगी भारत रत्न
दिल्ली। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने अपने दादा और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने के सरकार के फैसले के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करते हुए लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होने का संकेत दिया।
जयंत चौधरी ने कही ये बात
भाजपा से हाथ मिलाने के बारे में पूछे जाने पर चौधरी ने कहा, “कोई कसर रहती है? आज मैं किस मुंह से इनकार करूं आपके सवालों का?” मोदी की सराहना करते हुए चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता और समर्पण से एक ऐसा निर्णय लिया गया, जो पिछली कोई भी सरकार नहीं ले पाई थी। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘‘यह देश के लिए एक बड़ा दिन है। यह मेरे लिए एक भावनात्मक और यादगार क्षण है।
पीएम मोदी का जताया आभार
मैं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, भारत सरकार और विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने दूरदर्शिता दिखाते हुए यह निर्णय लिया और (चौधरी चरण सिंह को) भारत रत्न से सम्मानित किया।” उन्होंने कहा, ‘‘शीर्ष नागरिक सम्मान के लिए तीन नामों की घोषणा की गई और खासकर चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा एक बड़ा संदेश देती है।
सरकार ने जनभावनाओं का सम्मान किया
सरकार के इस फैसले से इस देश की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। मोदी जी ने दिखाया है कि वह देश की सोच और भावनाओं को समझते हैं।’’ चौधरी ने कहा कि गांवों में लोगों के दिलों में यह दर्द था कि इतने ऊंचे पदों पर रहने वाले, महत्वपूर्ण फैसले लेने वाले और वंचित वर्गों के लिए काम करने वाले ‘‘कद्दावर जन नेता’’ को सम्मान नहीं दिया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने उन लोगों को प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है जो मुख्यधारा में नहीं हैं। मैं आज के दिन चौधरी अजित सिंह को याद करता हूं, यह उनका सपना था।
गठबंधन पर बोले- हम चुनाव जीतें या हारें आज यह सवाल नहीं
मैं उस सपने को साकार करने के लिए विशेष रूप से प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देता हूं।’’ सम्मान को भाजपा के साथ आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने से जोड़े जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “हम चुनाव जीतें या हारें, मैं गठबंधन में जा रहा हूं या नहीं, यह सवाल नहीं है, आज का फैसला पीढ़ियों तक याद रखा जाने वाला फैसला है।
कांग्रेस की आलोचना की
अगर यह कांग्रेस पार्टी का बयान है तो मैं इसकी आलोचना करता हूं।” पिछली कांग्रेस नीत सरकारों द्वारा चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित नहीं करने पर चौधरी ने कहा,‘‘भारत की सत्ता केवल कुछ लोगों तक ही सीमित रही है जो मुख्यधारा का हिस्सा थे, इसलिए उनके माध्यम से निर्णय लिए जाते थे।
लखनऊ हवाई अड्डे का नाम चरण सिंह के नाम पर होगा
नए भारत में ये सभी चीजें बदल रही हैं।” उन्होंने कहा कि उनके पिता और पूर्व मंत्री अजित सिंह ने काफी प्रयास किया जिसके बाद एनडीए 2 सरकार ने लखनऊ हवाई अड्डे का नाम चरण सिंह के नाम पर रखने का फैसला लिया। भाजपा के साथ सीट-बंटवारे को लेकर सहमति बनने के बारे में पूछे जाने पर चौधरी ने कहा, ‘‘ऐसे दिन चुनाव के बारे में बात करना अपमानजनक होगा…मैंने कोई घोषणा नहीं की है।
मैंने सिर्फ इतना कहा था ‘कोई कसर रहती है?’’ सिंह को यह सम्मान ऐसे समय में दिया गया है जब माना जा रहा है कि उनके पोते जयंत चौधरी के नेतृत्व वाली रालोद अप्रैल-मई में होने वाले आगामी लोकसभा चुनावों में गठबंधन के लिए भाजपा के साथ बातचीत कर रही है। पूर्व प्रधानमंत्री सिंह का 1987 में देहांत हो गया था।