नई दिल्ली। मैथ में कई ऐसे अंक हैं जिसे हम शब्दों में तो बयां कर सकते हैं लेकिन अंकों में नहीं लिख सकते हैं। इन्हीं में से एक अंक है ‘बारह हजार बाहर सौ बारह’ जिसे आप अंकों में नहीं लिख सकते हैं। मैं आपको समय देता हूं आप इस आर्टिकल को यहीं रोक कर एक बार इसे अंकों में लिखकर देखें।
यकीनन आप ऐसे लिखेंगे
मुझे यकीन है कि आप इसे (121212) ऐसे लिखेंगे। लेकिन अगर आप इसे ध्यान से देखेंगे तो यह अंक बिल्कुल ही गलत है। क्यों कि जब हम इसे पढ़ेंगे तो यह एक लाख इक्कीस हजार दो सौ बारह हो जाएगा। आइए अब हम यह जानते हैं कि ऐसा क्यों नहीं कर सकते।
अंकों में इसे बारह सौ लिखा ही नहीं जा सकता
दरअसल, अंकों में कभी भी बारह सौ नहीं लिखा जाता है बल्कि इसे एक हजार दो सौ लिखते हैं। इसलिए अंकों में जब हम इसे लिखेंगे तो 1200 को एक हजार दो सौ लखेंगे और एक हजार को 12 हजार से जोड़ लेंगे तो यह 13 हजार हो जाएगा। यानी अगर हम बारह हजार बारह को बारह को अंको में लिखेंगे तो इसे हम (12000+1200+12= 13212) लिखेंगे।
10 हजार के बाद तकनीकी रूप से गलत हो जाता है
जैसे हम 12 हजार बारह सौ को अंकों में नहीं लिख सकते, वैसे ही हम ग्यारह हजार ग्यारह सौ, तेरह हजार तेरह सौ आदि को भी अंको में नही लिख सकते। ऐसा इसलिए क्योंकि हम एक हजार से दस हजार तक कि संख्या का उच्चारण हजार और सैकड़ा में तो कर सकते हैं। लेकिन जैसे ही दस हजार की स्थानीय मान वाली संख्या साथ में हो तो ये तकनीकी रूप से गलत हो जाता है। ऐसे में हम ग्यारह सौ या बारह सौ को एक हजार एक सौ लिखते या एक हजार दो सौ लिखते हैं।