नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर नीरज चोपड़ा ने कमाल कर दिया। गोल्ड जीतने के बाद नीरज सोमवार को स्वदेश लौटे, जहां फूल मालाओं से उनका भव्य स्वागत किया गया। बतादें कि नीरज ने भारत को एथलेटिक्स में पहला स्वर्ण पदक दिलाया है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर नीरज ने जिस भाले को फेंका, उसकी कीमत क्या थी? उसका वजन आदि कितना था? उन्हें किस तरह से आर्थिक सपोर्ट मिला, ताकि वो प्रैक्टिस कर सकें। आइए आज मैं आपको इन सारे सवालों के जवाब बताता हूं।
इतनी है भाले की कीमत?
सबसे पहले आज हम बात करते हैं नीरज चोपड़ा के उस भाले की जिसे उन्होंने ओलंपिक में फेंका और गोल्ड मेडल जीतकर भारत को खुश कर दिया। इस एक भाले की कीमत है करीब 1.10 लाख रूपये। SAI यानी स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मुताबिक नीरज चोपड़ा के पास ऐसे 4 भाले हैं, जिनसे वो लगातार प्रैक्टिस कर रहे थे। इन चारों की कीमत करीब साठे चार लाख रूपये थी।
भाले का वजन?
वहीं भाले की वजन की बात करें, तो ओलंपिक गेम्स में पुरूषों और महिलाओं के भाले के वजन में अंतर होता है। नियमों के अनुसार पुरूष के लिए प्रेतियोगिता में भाले की लंबाई 2.6 से 2.7 मीटर के बीच होती है। जबकि इसका वजन 800 ग्राम होता है। वहीं महिलाओं के भाले की वजन की बात करें तो इसकी लंबाई 2.2 मीटर से लेकर 2.3 मीटर होती है। जबकि इसका वजन 600 ग्राम होता है।
नीरज पर सरकार ने कितना खर्च किया?
अब बात करते हैं नीरज चोपड़ा के ट्रेनिंग और प्रशिक्षण में कितना खर्च हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत सरकार ने नीरज चोपड़ा की प्रैक्टिस, ट्रेनिंग, ट्रीटमेंट और अन्य सुविधाओं पर 7 करोड़ रूपये अब तक खर्च किए हैं। साल 2016 के रियो ओलंपिक के बाद से लेकर अब तक टार्गेट ओलंपिक पोडियम स्कीम के तहत SAI ने 52.65 लाख रूपये खर्च किए हैं। जबकि ACTC के तहत 1.29 कोरोड़ रूपये से ज्यादा खर्च किए गए हैं। बतादें कि सरकार ने टार्गेट ओलंपिक पोडियम स्कीम में कुल 126 एथलीट्स और टीम को शामिल किया था। इसमें तीरंदाजी, बॉक्सिंग, कुश्ती, एथलेटिक्स, टेबल टेनिस, हॉकी और पैरा-स्पोर्ट्स शामिल हैं।