जानना जरूरी है: फेसबुक, व्हाट्सऐऔप, ट्विटर और यूट्यूब हमसे पैसे नहीं लेते हैं, तो जानिए वे कहां से कमाते हैं?

नई दिल्ली। भारत में JIO क्रांति के बाद इंटरनेट का इस्तेमाल काफी सस्ता हो गया। किसी को मैसेज भेजना हो या वीडियो देखना अब हम आसानी से अपने स्मार्टफोन के जरिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि केवल इंटनेट की मदद से हम जिन चीजों का इस्तेमाल मुफ्त में करते हैं। जैसे – वॉट्सऐप, फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब आदि, तो ये कंपनियां आखिर पैसा कहां से कमाती हैं?
गौरतलब है कि ये ऐप्स अपनी सुविधाओं के बदले हमसे कोई फीस नहीं लेते। लेकिन फिर भी दुनिया की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली कंपनियों में शामिल होते है। तो आखिर वह कौन सा फंडा है जिससे ये कंपनियां हमसे कमाती हैं? आइए आज हम इसी को जानने की कोशिश करते हैं।
1.whatsapp
सबसे पहले हम बात करते हैं whatsapp की। वॉट्सऐप दो तरीको से कमाई करता है। पहला बिजनेस एपीआई सब्सक्रिप्शन और दूसरा क्लिक टू वॉट्सऐप ऐड । दरअसल, बिजनेस करने वाले लोगों के लिए whatsapp बल्क SMS और ऑटो SMS जैसी प्रिमियम सुविधाएं देता है। इसके बदले में वो पैसे चार्ज करता है। इसके अलावा वॉट्सऐप पर आपने कई ऐसे ऐड्स देखे होंगे जिसमें डायरेक्ट वॉट्सऐप पर कनेक्ट होने का विकल्प होता है। इस सर्विस के बदले भी कंपनी पैसे चार्ज करती है।
बतादें कि इन दोनों तरीकों से ही कंपनी ने पिछले साल यानी 2020 में 37 हजार करोड़ रूपये कमाए हैं। भविष्य में कंपनी इन दो तरीकों के अलावा व्हाट्सएप पेमेंट्स और व्हाट्सएप स्टेटस में विज्ञापनों के जरिए भी कमाई कर सकती है।
2. Facebook
फेसबुक विज्ञापनों से 98% तक अपनी कमाई करता है। कंपनी अपनी वेबसाइट और ऐप पर विज्ञापन देती है। इसी के जरिए Facebook ने साल 2020 में 6.38 लाख करोड़ रुपए रेवेन्यू के तौर पर जुटाए। अकेल US और कनाडा से फेसबुक विज्ञापन के जरिए 45% तक कमाई करता है। बाकी के 55 प्रतिशत कमाई दुनिया के बाकी देशों से होती है। वहीं भारत की बात करें तो फेसबुक ने साल 2020 में विज्ञापन के जरिए यहां से 9 हजार करोड़ रूपए कमाए।
3.Twitter
ट्विटर की कमाई भी मुख्यत: दो बड़े सोर्स से होता है। पहला एडवर्टाइजिंग सर्विस जिससे ट्विटर को 86% तक रेवेन्यू आता है और दूसरा डेटा लाइसेंसिंग जिससे ट्विटर को 14% तक रेवेन्यू आता है। कंपनी ने इन दोनों स्रोतों से साल 2020 में 28 हजार करोड़ रुपये की कमाई की है। ऐसे में सवाल उठता है कि एडवर्टाइजिंग सर्विस में क्या-क्या चीजें आती हैं। इस सर्विस में प्रोडक्ट्स का प्रमोशन, ट्वीट्स का प्रमोशन, अकाउंट्स का प्रमोशन, ट्रेंड्स का प्रमोशन शामिल है। ट्विटर ने ऐसा सिस्टम बनाया हुआ है कि ऐड सही यूजर की टाइमलाइन पर दिखता है। इसके अलावा ट्विटर पर हिस्टोरिकल और रियल टाइम डेटा देखना चाहते हैं तो उनके लिए सब्सक्रिप्शन मॉडल है।
4. YouTub
यूट्यूब की कमाई का प्रमुख सोर्स एडवर्टाइजिंग है। यूट्यूब प्रीमियम जैसे सब्सक्रिप्शन से भी पैसे कमाता है। इसके अलावा सुपरचैट, चैनल मेंबरशिप वगैरह से क्रिएटर्स को जो कमाई होती है, यूट्यूब उसमें भी अपनी हिस्सेदारी लेता है।