नई दिल्ली। आज के समय में ज्यादातर लोग डेबिड या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते ही हैं। कार्ड के अगले हिस्से में 16 अंकों का एक नंबर लिखा होता है। साथ ही इसपर कार्ड धारक का नाम और एक्सपायरी डेट लिखा होता है। जबकि कार्ड के पीछले हिस्से में तीन अंक का एक नंबर लिखा होता है। जिसे CVV नंबर कहा जाता है। यह नंबर बहुत ही उपयोगी होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस नंबर को एक बार याद करने के बाद मिटा देना चाहिए।
यह एक तरह का कोड होता है
बतादें कि कार्ड के पीछे लिखे ये तीन अंक कार्ड वेरिफिकेशन वैल्यू नंबर होते हैं। यह एक तरह का कोड है जो सिक्योरिटी के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। ज्यादातर ट्रांजेक्शन के दौरान इस कोड की जरूरत पड़ती है। बिना इसके ट्रांजेक्शन पूरा नहीं होता है। CVV नंबर को हम कही सेव भी नहीं कर सकते हैं। इसे हर ट्रांजेक्शन पर हमें डालना ही पड़ता है।
नंबर मिटाकर याद रखें
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार RBI कार्ड प्राप्त होने के बाद व्यक्ति को सीवीवी नंबर मिटाकर याद रखने की सलाह देता है। क्योंकि आजकल सबसे ज्यादा फ्रॉड ऑनलाइन होते हैं। हम बिना CVV नंबर के ऑनलाइन पेमेंट नहीं कर सकते हैं। ऐसे में अगर किसी को ये कोड पता नहीं होगा तो वो उस कार्ड से ऑनलाइन पेमेंट नहीं कर पाएगा। ऐसे में फ्रॉड की संभावना काफी कम हो जाती है।
यह एक सिक्योरिटी लेयर का काम करता है
मालूम हो कि CVV नंबर सिक्योरिटी के लिहाज से उपयोग किया जाता है। आसान भाषा में कहें तो यह नंबर उसी तरह के सिक्योरिटी लेयर का काम करता है। जैसे OTP करता है। क्योंकि इस नंबर के बिना ट्रांजेक्शन संभव नहीं है। ऐसे बैंक इस नंबर की पुष्टि के बाद समझता है कि कार्डहोल्डर ही पेमेंट कर रहा है। यही कारण है कि इस नंबर को गोपनीय रखना बेहद ही जरूरी है। ताकि आप फ्रॉड से बच सके।