JANNA JAROORI HAI: अब धीमी गति पर वाहन चलाया तो भी खैर नहीं…कटेगा 500 से 2000 रुपए तक का चालान!

JANNA JAROORI HAI: अमूमन अब तक देश में निर्धारित गति सीमा से ज्यादा स्पीड में ही वाहन चलाने पर चालान काटा जाता था. अब एक ऐसा मार्ग भी तैयार हो चुका है जिस पर निर्थारित गति सीमा से कम स्पीड में वाहन चलाते पकड़े गए, तब भी आपका चालान कटना तय है. चालान की रकम जानकर दंग रह जाएंगे आप.JANNA JAROORI HAI
वाहन चालकों को अब तक इसी बात का भय रहता था कि यातायात कानून (Traffic Rule) के तहत, या उसके द्वारा निर्धारित गति सीमा से ऊपर की स्पीड में वाहन चलाया तो चालान कटेगा. अब एक और मुसीबत है. अब अगर देश के इस एक्सप्रेस-वे (Expressway) पर आपने निर्धारित गति से धीमी स्पीड में वाहन चलाया तो वो आपकी लापरवाही मानी जाएगी. और इस लापरवाही के लिए आपको भारी-भरकम जुर्माना भी (अर्थदंड) भी जेब से भरना पड़ेगा. अर्थदंड की यह राशि 500 से लेकर 2000 तक की हो सकती है. लिहाजा ऐसे में जान लेना जरूरी है कि आखिर देश में ऐसा कौन सा एक्सप्रेस-वे बन गया है जिस पर, तेज गति की बात भूलकर अब निर्धारत गति से कम स्पीड पर वाहन न चलाने का भी ध्यान रखना पड़ेगा. अगर जेब ढीली करने से बचना है तो.JANNA JAROORI HAI
इन दिनों दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर काटे जा रहे हैं चालान
दरअसल यह चौंकाने और सावधान करने वाला सच है दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का. जो चालू तो कर दिया गया है, मगर पूरी तरह से अभी बनकर तैयार नहीं हो सका है. दिल्ली की ओर से मेरठ की तरफ जाने के वक्त गाजियाबाद में लालकुआं फ्लाईओवर के पास आज भी इस पर निर्माण कार्य जारी है. जिन लोगों को मेरठ जाना है और जिन्हें गाजियाबाद या लखनऊ की ओर जाना है, वे सब वाहन दिल्ली से गाजियाबाद-मेरठ की ओर आने के वक्त (विजय नगर, क्रॉसिंग रिपब्लिक सोसायटी के सामने) आकर एक जगह इकट्टठे हो जाते हैं. जिससे यहां अक्सर या तो ट्रैफिक धीमा रहता है या फिर कभी कभार तो जाम के से हालात भी दिखाई देते हैं.
यहां पर दरअसल एक ओवरब्रिज का काम (एक्सप्रेस-वे के ऊपर) अभी भी चल रहा है. इसका निर्माण कार्य पूरा होते ही, गाजियाबाद, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, लखनऊ जाने वाले वाहनों और हरिद्वार-देहरादून हाइवे (मेरठ की ओर जाने वाले वाहन) की ओर जाने वाले वाहनों के रास्ते अलग-अलग हो जाएंगे. और जाम के से हालात बनने बंद हो जाएंगे. फिलहाल यहां पर जाम रोजाना ही लगा हुआ देखा जा सकता है. विशेषकर दिन के वक्त. इसी दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर निर्माणाधीन है चिपियाना रेलवे ओवर-ब्रिज. जिसका जिक्र ऊपर किया जा चुका है. यहीं पर अभी जाम लग जाता है. यहां उल्लेखनीय है कि फिलहाल ईस्टर्न एक्सप्रेस-वे पर ओवरटेक करने वाले वाहनों और गति सीमा का पालन न करने वाले वाहनो के चालान इन दिनों काटे जा रहे हैं.JANNA JAROORI HAI
ओवरटेकिंग की वजह से होते हैं हादसे
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर तो अगर चालक ने वाहन ओवरटेकिंग के नियमों का पालन नहीं किया, तो उसका भी चालान काटा जाना तय है. जहां तक बात दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर गति सीमा तय किए जाने की बात है तो, इस पर फिलहाल कार 100 किलोमीटर प्रतिघंटा और बड़े वाहनों के लिए गति सीमा 80 किलोमीटर प्रतिघंटा निर्धारित की गई है. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण यानी एनएचएआई एक उच्च पदस्थ सूत्र के मुताबिक, ‘राजमार्गों और पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के ऊपर अधिकांश हादसे ओवरटेकिंग के चक्कर में ही होते देखे गए हैं. इन पर काबू पाना प्राधिकरण की प्राथमिकता है. इन मार्गों पर हादसों की दूसरी वजह है कि कुछ लापरवाह वाहन चालक तय यानि प्राधिकरण द्वारा निर्धारित गति सीमा से कम की स्पीड पर वाहन चलाते हैं.’
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण अब तक निर्धारित गति सीमा में ही वाहन चलाने का प्रचार प्रसार करता था. सूत्रों की मानें तो अब ओवरटेकिंग में सावधानी बरतने संबंधी और निर्धारित गति सीमा से कम स्पीड में वाहन न चलाने संबंधी जानाकारियों का भी प्रचार-प्रसार जोर-शोर से किए जाने की तैयारियां की जा रही हैं. आमजन (वाहन चालकों) को सजग करती इन जानकारियों में इस बात का भी उल्लेख होगा कि, अगर वे निर्धारित सीमा से कम गति पर वाहन चलाते पकड़े गए तो, 500 से लेकर 2000 रुपए तक का चालान उनका भी काटा जाएगा. ठीक उसी तरह जैसे निर्धारित गति से ऊपर की स्पीड में वाहन चलाने वालों का चालान काटे जाने का नियम है.JANNA JAROORI HAI
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