बनिहाल। Jammu Kashmir Tunnel Incident जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक निर्माणाधीन सुरंग का हिस्सा ढहने के बाद मलबे में नौ मजदूरों के फंसे होने की आशंका है, जिन्हें सुरक्षित निकालने के लिए अभियान शनिवार सुबह प्रारंभ हुआ। क्षेत्र में भूस्खलन होने के बाद शुक्रवार शाम को तलाश एवं बचाव अभियान रोक दिया गया था। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने जानकारी में क्या कहा
.यहां पर अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि मजदूरों के जीवित होने की संभावना बेहद कम है। बृहस्पतिवार को रात करीब 10 बजकर 15 मिनट पर रामबन में खूनी नाले के समीप राजमार्ग पर टी3 की सुरंग ढह गयी, जिससे एक मजदूर की मौत हो गयी,वहीं तीन लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया था। अधिकारियों ने मारे गए मजदूर की शिनाख्त पश्चिम बंगाल के सुधीर रॉय (31) के तौर पर की थी। रामबन के उपायुक्त मस्सरतुल इस्लाम ने ट्वीट किया, ‘‘ खूनी नाला ऑडिट सुरंग में नौ लोगों के फंसे होने की आशंका है और उनकी तलाश में अभियान शनिवार सुबह साढ़े पांच बजे शुरू किया गया,जो जारी है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ इस अभियान में शामिल हैं।’
कल सुबह हमने बचाव अभियान 9:30 बजे शुरू किया और 5:30 बजे तक 90% रास्ता साफ कर दिया था। सिर्फ 10% ही मलबा रह गया था। उसके बाद एक नया भूस्खलन आया। जिसके बाद दोबारा मशीनें लानी पड़ी: जम्मू-कश्मीर के रामबन में हुए भूस्खलन पर जावेद, नायब तहसीलदार pic.twitter.com/PWZNmYNpk7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 21, 2022
शुक्रवार शाम को फिर हुआ था भूस्खलन
’अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार शाम को भूस्खलन के दौरान रामसू पुलिस थाने के प्रभारी नईमुल हल सहित 15 बचावकर्मी बाल बाल बचे। घटना के बाद बचाव अभियान को रोक दिया गया था। पहाड़ी से पत्थर गिरने ,भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण अभियान बंद रहा और इसे सुबह ही प्रारंभ किया जा सका। उन्होंने बताया कि तलाश एवं बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए मजिस्ट्रेट और अन्य जवान मौके पर मौजूद हैं। अधिकारियों ने बताया कि सुरंग में फंसे लोगों की पहचान पश्चिम बंगाल निवासी जादव रॉय (23), गौतम रॉय (22), दीपक रॉय (33) और परिमल रॉय (38) असम के शिवा चौहान (26), नेपाल के नवराज चौधरी (26) और कुशी राम (25) तथा जम्मू कश्मीर निवासी मुजफ्फर (38) और इसरत (30) के रूप में हुई है। ये सभी लोग सुरंग के निरीक्षण कार्य में लगे थे। इससे पहले जम्मू के मंडल आयुक्त रमेश कुमार और जम्मू के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह घटनास्थल पर पहुंचे। वहीं, नियंत्रण कक्ष से स्थिति की निगरानी कर रहे उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को बचाव अभियान के बारे में जानकारी दी गई।उन्हें बताया गया कि बीच-बीच में पत्थर गिरने के चलते बचाव अभियान में बाधा आ रही है।