Jama Masjid Row: जामा मस्जिद में अकेली लड़की और लड़कियों के समूह के प्रवेश पर रोक लगाए जाने के फैसले के कुछ ही घंटों के बाद उसे हटा दिया गया है। बता दें कि दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना (Delhi Lieutenant General V K Saxena) की अपील पर जामा मस्जिद के शाही इमाम ने अकेली लड़कियों की एंट्री बैन को हटा है।
दिल्ली: जामा मस्जिद में अकेले या समूह में महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का नोटिस मस्जिद के गेट नंबर 3 से हटा दिया गया है। https://t.co/Hhj5dAC0fo pic.twitter.com/Qn9yow7hgU
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 24, 2022
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने शाही इमाम से इस फैसले को लेकर चर्चा की थी और फैसला वापस लेने का आग्रह किया था। जिसके बाद शाही इमाम बुखारी (Jama Masjid Shahi Imam Bukhari) ने इस शर्त पर आदेश वापस ले लिया कि विजिटर्स मस्जिद की पवित्रता और सम्मान को बनाए रखेंगे।
Delhi LG VK Saxena spoke to Shahi Imam Bukhari of Jama Masjid,requested him to rescind the order restricting the entry of women in Jama Masjid. Imam Bukhari has agreed to revoke the order, with the request that visitors respect& maintain sanctity of the Mosque: Raj Niwas sources pic.twitter.com/Pmeg3j4WoN
— ANI (@ANI) November 24, 2022
गौरतलब है कि जामा मस्जिद में अकेली लड़कियों की एंट्री पर रोक लगाने के बाद देश में राजनीतिक बहस शुरू हो गई थी। एंट्री बैन को लेकर मस्जिद प्रशासन का कहना था कि महिलाओं के साथ अश्लीलता को रोकने के लिए ये निर्णय लिया गया है। जामा मस्जिद के PRO सबीउल्लाह खान ने कहा, “अकेली लड़कियों के प्रवेश पर रोक लगाई गई है। यह एक धार्मिक स्थल है, इसे देखते हुए निर्णय लिया गया है। इबादत करने वालों के लिए कोई रोक नहीं है।”
बता दें कि जामा मस्जिद प्रबंधन ने अकेली लड़की या ग्रुप की एंट्री पर बैन लगाने के बाद इससे जुड़े पोस्टर मस्जिद परिसर के तीनों मुख्य द्वार पर लगा गए थे। पोस्टर पर लिखा था कि लड़की/महिला को अकेले जामा मस्जिद में प्रवेश करने की इजाजत नहीं है. हालांकि अपने पति या परिवार के साथ आने वाली महिला को मस्जिद में प्रवेश दिया जाएगा।