हाइलाइट्स
- एमपी के नीमच में CBI जयपुर टीम की कार्रवाई।
- घूसखोर नारकोटिक्स इंस्पेक्टर और दलाल गिरफ्तार।
- किसान से मांगी गई थी एक करोड़ की रिश्वत।
Neemuch CBI Arrest Narcotics Inspector bribery Case: मध्यप्रदेश के नीमच जिले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की जयपुर टीम ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई की टीम ने सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स (CBN) के एक इंस्पेक्टर और दलाल को 3 लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इंस्पेक्टर ने किसान के परिवार को झूठे नारकोटिक्स केस में फंसाने की धमकी देकर 1 करोड़ की रिश्वत मांगी थी। जिसके बाद डील 53 लाख रुपए में तय हुई थी, दलाल के जरिए 3 किश्त में 44 लाख दिए जा चुके थे।
नारकोटिक्स इंस्पेक्टर और दलाल गिरफ्तार
सीबीआई जयपुर की टीम ने मध्यप्रदेश में बड़ी कार्रवाई करते हुए केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (CBN) के एक इंस्पेक्टर और उसके सहयोगी दलाल को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई को गुरुवार रात (17 जुलाई) को अंजाम दिया गया। पहले बिचौलिए को रिश्वत लेते और फिर उज्जैन से नारकोटिक्स इंस्पेक्टर को पकड़ा गया।
किसान से मांगी थी 1 करोड़ की रिश्वत
जानकारी के मुताबिक, राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के डूंगला थाना क्षेत्र के आला खेड़ी गांव में खेत से 400 किलो अवैध डोडा चूरा बरामद किया गया था। मामले में नारकोटिक्स इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह (सीकर निवासी) ने किसान के परिवार को डोडाचूरा तस्करी के केस में फंसाने की धमकी देकर एक करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी थी। सौदा 53 लाख रुपए में तय हुआ था, जिसमें से 44 लाख रुपए पहले ही तीन किश्तों में वसूले जा चुके थे।
किसान ने की थी सीबीआई में शिकायत
सीबीआई के अनुसार, 15 जुलाई को डूंगला के आलाखेड़ी गांव के किसान मांगीलाल गुर्जर ने गंभीर आरोपों के साथ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया गया कि नीमच में तैनात नारकोटिक्स विभाग के अधिकारी महेंद्र सिंह ने छापा मारकर 400 किलो डोडाचूरा जब्त किया था। और परिवार के लोगों को गांव के ही जगदीश मेनारिया से संपर्क करने के लिए कहा था।
तीन किश्तों में दलाल को दिए 44 लाख रुपए
जब मांगीलाल ने दलाल जगदीश से संपर्क किया, इसके बाद, इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह क ने जगदीश के माध्यम से मांगीलाल को धमकी दी कि अगर उसने एक करोड़ रुपए की रिश्वत नहीं दी तो उसके परिवार को मादक पदार्थों के झूठे मामले में फंसा कर जेल भेज दिया जाएगा। इसके बाद 53 लाख में बात पक्की हुई। किसान ने तीन किश्त में दलाल के माध्यम से 44 लाख रुपए दिए थे। लेकिन डिमांड बढ़ते रही।
9 लाख रुपए की और डिमांड के बाद शिकायत
इस मामले में 13 जुलाई को नारकोटिक्स अधिकारी महेंद्र सिंह और दलाल जगदीश ने किसान मांगीलाल गुर्जर से 9 लाख रुपए और देने की डिमांड की। बार-बार की रिश्वत की मांग से तंग आकर मांगीलाल ने सीबीआई की जयपुर टीम से संपर्क किया और लिखित शिकायत दी।
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दलाल को रिश्वत लेते किया गिरफ्तारी
शिकायत की प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए गए। इसके बाद सीबीआई टीम ने एक योजना बनाई, जिसमें मांगीलाल को तीन लाख रुपए देने के बहाने दलाल को सांवलिया जी के पास एक होटल में बुलाने को कहा गया। जैसे ही दलाल पैसे लेने पहुंचा, सीबीआई की टीम ने मौके पर उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
उज्जैन से गिरफ्तार हुआ इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह
दलाल की गिरफ्तारी के बाद जब सीबीआई टीम ने पूछताछ की तो पूरा मामला नारकोटिक्स विभाग के इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह तक जा पहुंचा। इसके बाद सीबीआई ने शुक्रवार को उज्जैन से महेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया। जांच में सामने आया है कि महेंद्र सिंह ने सीकर, जयपुर और नीमच में अवैध कमाई से कई अचल संपत्तियां खरीदी हैं। सीबीआई ने इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की है।
कार्रवाई में मचा हड़कंप
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, यह मामला केवल महेंद्र सिंह और दलाल तक सीमित नहीं है। नारकोटिक्स विभाग के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका की भी गहन जांच की जा रही है। इस कार्रवाई के बाद नारकोटिक्स विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। यह घटना विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाती है और अफीम उत्पादक क्षेत्रों में लंबे समय से जारी भ्रष्टाचार की ओर स्पष्ट संकेत देती है।
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