उज्जैन। जहरीली शराब कांड Jahrili Sharab Ujjain के मामले में जांच के लिए एसआईटी टीम आज उज्जैन पहुंची। टीम में तीन सदस्य मौजूद है। तीन सदस्यीय टीम SIT team में गृह सचिव राजेश राजोरा,एडीजी एसके झा ,रतलाम डीआईजी सुशांत सक्सेना टीम में मौजूद है। थाना खाराकुंआ व थाना महाकाल क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर टीम ने दौरा किया। एसआईटी की टीम थाना खारा कुआं पहुंची और थाने के पुलिसकर्मी व अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है। एसआईटी टीम द्वारा थाना खारा कुंआ के साथ ही गोपाल मन्दिर क्षेत्र,नगर निगम कॉम्प्लेक्स सहित अन्य स्थानों पर जांच की जा रही है।
कर्मचारी से पूछा
बताया जा रहा है कि आज सुबह टीम सबसे पहले निगम के पुराने दफ्तर यानी रीगल टॉकीज भवन पहुुंची। आरोपी बंद पड़े भवन की पॉर्किंग और छत पर झिंझर शराब बनाकर सप्लाई करते थे। यहां पर मौजूद कर्मचारी से पूछा कि इतने समय से यह पर अवैध शराब बन रही थी तुम्हें पता था या नहीं।
शराब बनाने का सामान जब्त किया
उधर, देर रात कलेक्टर ने जहरीली शराब बनाने वालों पर रासुका लगा दिया है। पुलिस ने देर रात तक दबिश देकर मामले में शराब बनाकर बचने वाले यूनुस सहित 104 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने यूनुस को राजस्थान बॉर्डर से गिरफ्तार किया है। जबकि नगर निगम के अस्थाई कर्मचारी सिकंदर और गब्बर की तलाश जारी है। गिरफ्त में आए 49 आरोपी जहरीली शराब बनाने के काम में लगे हुए थे। पुलिस ने देर रात रीगल टॉकीज की छत से भी शराब बनाने का सामान जब्त किया।
16 लोगों की हुई है मौत
गौरतलब है कि उज्जैन में जहरीली शराब से 36 घंटे में 16 लोगों की मौत हो गई थी जिसके बाद सीएम शिवराज ने जांच के आदेश दिए है। सीएम शिवराज कहा है कि ऐसी वस्तुओं को बेचने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने आगे ये भी कहा कि ऐसे नशीले पदार्थ बेचने वालों को कड़ी सजा मिले। बैठक में उन्होंने सभी 14 मजदूरों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
8 मृतकों की नहीं हो पाई शिनाख्त
36 घंटे के दौरान 16 लोगों की मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार और गुरुवार को उज्जैन में जहरीली शराब से मौतें हुईं है। बुधवार को मजदूर और भिक्षावृत्ति करने वाले 7 लोगों की मौत हुई थी। गुरुवार को महाकाल थाना क्षेत्र के नृसिंह घाट, जीवाजीगंज थाना क्षेत्र के गेबी हनुमान की गली और कोतवाली क्षेत्र में पांच लोगों की मौत होना सामने आया। मरने वाले आठ लाेगों की पहचान हो चुकी है, 6 अज्ञात हैं।
राजनीति भी शुरू हो गई
जहरीली शराब पीने से 16 मजदूरों के मौत का मामला अब तुल पकड़ता जा रहा है। तो वहीं इसे लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। सीएम शिवराज के बाद अब पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी मामले में जांच के लिए अगल से विधायकों की टीम बनाई है जो पूरे मामले की जांच कर कमलनाथ को रिपोर्ट सौपेंगे। आरोपी के तौर पर कई लोगों की गिरफ्तारी हुई है। वहीं लापरवाही बरतने पर TI समेत 3 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिया गया है।
पोस्टमार्टम में हुआ था खुलासा
एक दिन पहले सभी शवों के पोस्टमार्टम के इस बात का खुलासा हुआ था कि सभी मौतें जहरीली शराब पीने से हुई हैं। वहीं प्रदेश सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों के साथ आपात बैठक की थी।