जबलपुर। प्रदेश में बीते कुछ सालों में गेंहूं की जोरदार उपज बढ़ी है। अब मप्र देश के अनाज पैदावार वाले अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है। अब प्रदेश के जबलपुर जिले की मटर का स्वाद जापान और सिंगापुर के लोग भी ले सकेंगे। जबलपुर की उत्तम क्वालिटी की मटर को विदेशों में भेजने की तैयारी की जा रही है। जबलपुर जिला प्रशासन इसके लिए ब्रांडिंग में जुट गया है। जानकारी के मुताबिक जबलपुर की मटर को विदेशों में अच्छा रिस्पोंस मिल रहा है। जबलपुर की माटी में उगने वाली मटर को अब सिंगापुर और जापान भेजा जा रहा है। यहां के लोग भी इस मटर को काफी पसंद कर रहे हैं। जिला प्रशासन इसको लेकर ब्रांडिंग में जुटा है। यहां से स्पलाई भी शुरू हो चुकी है। इतना ही नहीं अब सप्लाई के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि जबलपुर की मटर को वैश्विक ब्रांड भी बनाया जा सकता है। इस साल जिले में करीब 30 हज़ार हेक्टेयर रकबे में मटर की फसल लगाई गई है। इससे तकरीबन दो लाख 40 हजार मीट्रिक टन मटर के उत्पादन की उम्मीद लगाई जा रही है।
400 करोड़ की कीमत का अनुमान
अगर मटर की कीमत की बात करें तो यह लगभग 400 करोड़ के आसपास का अनुमान लगाया जा रहा है। जिले के कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने मटर को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि जबलपुर एक उत्पाद योजना के तहत मटर के एक्सपोर्ट के लिए चुना गया है। अब यहां की मटर को प्रोसेस करके विदेशों में निर्यात की जा रही है। अब तक जापान और सिंगापुर में काफी डिमांड आ रही है। साथ ही यहां के लोगों को पसंद भी आ रही है। बता दें कि जबलपुर जिले को एक उत्पाद योजना के तहत चुना गया है। गौरतलब है कि जबलपुर की माटी में मटर की अच्छी उपज होती है। इस साल की बात करें तो 30000 हेक्टेयर जमीन में मटर लगाई गई है। इस फसल से करीब दो लाख 40 हजार मीट्रिक टन से ज्यादा मटर उत्पादन की उम्मीद लगाई जा रही है।