हाइलाइट्स
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जबलपुर में मॉडल रिकॉर्ड रूम
14 लाख राजस्व रिकॉर्ड डिजिटल,
घर बैठे ही मोबाइल पर देख सकेंगे रिकॉर्ड
Digital Land Record Room : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार,01 मई को जबलपुर में मॉडल रिकॉर्ड रूम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सीएम ने कहा कि मैं भी वकील रहा हूं। जानता हूं कि राजस्व दस्तावेजों की नकल निकालने के लिए जूते-चप्पल घिस जाते हैं, लेकिन मॉडल रिकॉर्ड रूम बनने के बाद अब घर बैठे ही ऑनलाइन नकल निकाली जा सकेगी।
आज जबलपुर कलेक्टर कार्यालय में नवीनीकृत राजस्व अभिलेखागार का लोकार्पण किया।
प्रदेशवासियों को सहज, सुरक्षित और सुलभ सेवाएं उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता हैं। डिजिटलीकरण और आधुनिक तकनीक से युक्त यह अभिलेखागार सुशासन, पारदर्शिता और राजस्व व्यवस्था को नई गति देगा तथा राजस्व सेवाओं… pic.twitter.com/AvlOxpNE4v
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) May 1, 2025
सीएम ने कहा, प्रदेश में आम जनता से जुड़े कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए लगातार बदलाव किए जा रहे हैं। अब आम जनता अपना रिकॉर्ड घर बैठे मोबाइल पर देख सकती है।
कलेक्टर ने कहा- 4 महीने में डिजिटल किया रिकॉर्ड रूम

कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि चार माह में जबलपुर के रिकॉर्ड रूम को डिजिटल किया गया है। अब इसकी चाबी बाबुओं के पास नहीं, बल्कि आवेदक के हाथ में है। नकल के लिए बाबुओं का मोहताज नहीं रहना पड़ेगा। इसके लिए सभी पटवारी हल्के और इलाके के हिसाब से रिकॉर्ड को प्लास्टिक के एयर टाइट डिब्बों में रखा गया है। 14 लाख रिकॉर्ड को डिजिटल किया जा चुका है। आगामी दिनों में 34 लाख रिकॉर्ड स्कैन किए जाने हैं। सभी रिकॉर्ड को एप पर देखा जा सकता है। एक पोर्टल भी बनाया है। कौन सा रिकॉर्ड कहां, किस आलमारी और कौन से डिब्बों में है, सारी जानकारी ऑनलाइन है।
जबलपुर में जमीन से जुड़े कागज करीब 48 लाख
जबलपुर में 1909-10 से लेकर आज तक का राजस्व रिकॉर्ड उपलब्ध है। 116 साल में जमीन के कागजों की संख्या करीब 48 लाख हो गई है। इनमें से 14 लाख डॉक्यूमेंट्स को स्कैन करके डिजिटल फॉर्मेट में तैयार कर लिया है।
तहसील और नाम बताने की जरूरत
पहले जमीन के रिकार्ड तलाशने में कर्मचारियों की जरूरत होती थी। अब MP का पहला राजस्व रिकार्ड रूम पूरी तरह से डिजिटल हो गया है। तहसील और नाम बताने पर एक क्लिक से राजस्व रिकॉर्ड की जानकारी आपको मिल जाएगी।
रिकॉर्ड रूम में सुरक्षित रखे जमीनों के डॉक्यूमेंट्स
राजस्व मामले और पुराने दस्तावेजों को व्यवस्थित तरीके से प्लास्टिक बैग में डालकर प्लास्टिक के बॉक्स में रखा गया है। हर प्लास्टिक बॉक्स में तहसील के हिसाब से कलर कोडिंग है। मौजा वार, वर्ष वार, मद वार केस के डिटेल स्टिकर लगाए हैं। हर रैक की शेल्फ को एक यूनिक नंबर दिया गया है।
ऑनलाइन एप्लीकेशन पर अपलोड रिकॉर्ड
डिजिटल रिकॉर्ड रूम की सारी जानकारी ऑनलाइन एप्लिकेशन तैयार करके उस पर अपलोड की गई है। आवेदक घर बैठे मोबाइल ऐप से रिकॉर्ड प्राप्त कर सकता है। जबलपुर के कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने रिकॉर्ड से जुड़े डॉक्यूमेंट्स तलाश करने का सरल तरीका निकाला है। प्लास्टिक के डिब्बों में रिकॉर्ड को कई सालों तक सुरक्षित रख सकते हैं। रिकार्ड रूम को बैंक लॉकर की तरह बनाया है। किस तहसील और किस नाम का रिकॉर्ड कंप्यूटर के जरिए एक क्लिक पर आसानी से पता चल जाएगा।
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गीता भवन और वृन्दावन ग्राम बनाएंगे
उधर, हरसूद (खंडवा) में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हरसूद में घोषणा की कि अब हर नगरीय निकाय में गीता भवन बनाया जाएगा और हर जनपद क्षेत्र के एक गांव में वृंदावन ग्राम स्थापित करेंगे। सीएम ने कहा कि जीवन में गीता और गौ-सेवा का महत्व है। इसी के जरिए भगवान कृष्ण के जीवन दर्शन को समझकर समाज को संस्कारित बनाएंगे।
MP में 5 मई तक बारिश-ओले गिरेंगे: जबलपुर समेत 39 जिलों में तेज आंधी, भोपाल-ग्वालियर में होगी बूंदाबांदी
MP Weather Alert: साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवात) के सक्रिय होने से मध्यप्रदेश में ओले और बारिश का सिलसिला जारी है। पिछले 6 दिनों से प्रदेश के आधे हिस्से में मौसम में बदलाव आया है। कहीं तेज आंधी-बारिश हो रही है तो कहीं ओले भी गिर रहे हैं। गुरुवार, 01 मई को डिंडौरी में झमाझम बारिश हुई, और लगभग 25 जिलों में मौसम में बदलाव देखा गया। शुक्रवार, 02 मई को पांच जिलों- छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में ओले गिरने की संभावना है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…