Mutual Fund Investment 2025 : 2025 की पहली छमाही में दुनिया के दो अहम देशों ईरान और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध ने न सिर्फ वैश्विक राजनीति को प्रभावित किया है, बल्कि निवेश बाजारों को भी हिला कर रख दिया है। भारत जैसे देशों में शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड्स पर भी इस टकराव का असर देखने को मिल रहा है। ऐसे हालात में निवेशकों के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि ऐसे अस्थिर समय में कौन-से म्यूचुअल फंड्स में निवेश किया जाए, जो सुरक्षित भी हों और मुनाफा भी दें?
आइए जानते हैं कौन-से म्यूचुअल फंड कैटेगरीज़ इस समय में आपके लिए बेहतर साबित हो सकते हैं।
1. लार्ज कैप फंड्स – स्थिरता और भरोसेमंद रिटर्न के लिए सबसे बेहतर

लार्ज कैप फंड्स उन कंपनियों में निवेश करते हैं जो मार्केट कैपिटलाइजेशन के अनुसार भारत की टॉप 100 कंपनियों में आती हैं। इन कंपनियों का प्रदर्शन तुलनात्मक रूप से स्थिर रहता है क्योंकि ये फाइनेंशियली मजबूत होती हैं इसके साथ ही इनका मैनेजमेंट बेहतर होता है और मार्केट में इनकी पकड़ मजबूत होती है। अगर आपका निवेश समय 3 साल या उससे अधिक का है और आप स्थिर रिटर्न चाहते हैं, तो लार्ज कैप फंड एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
2. वैल्यू फंड्स- सस्ते में दमदार निवेश

वैल्यू फंड्स उन कंपनियों में निवेश करते हैं जिनका बाजार मूल्य उनके असली मूल्य (Intrinsic Value) से कम होता है। यानी ये कंपनियां अंडरवैल्यूड होती हैं लेकिन भविष्य में अच्छा रिटर्न दे सकती हैं। इन फंड्स में निवेश का समय क्षितिज कम से कम 5 साल का होना चाहिए। बाजार गिरने पर इनमें गिरावट कम होती है और तेजी आने पर मुनाफा ज़्यादा मिलता है। जो निवेशक लॉन्ग टर्म में ग्रोथ चाहते हैं उनके लिए यह एक स्मार्ट विकल्प हो सकता है।
3. फ्लेक्सी कैप फंड्स- लचीलापन और अवसर दोनों

फ्लेक्सी कैप फंड्स की सबसे खास बात ये है कि ये किसी एक कैटेगरी में बंधे नहीं होते। ये फंड्स लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप सभी में निवेश कर सकते हैं। फंड मैनेजर बाजार के हालात के अनुसार पोर्टफोलियो बदल सकता है, जिससे जोखिम का संतुलन बेहतर बनता है। 5 साल की योजना रखने वाले निवेशकों के लिए यह एक अच्छा विकल्प है।
4. एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स – इक्विटी और डेट का संतुलित मेल

अगर आप चाहते हैं कि जोखिम हो, लेकिन पूरा पैसा शेयर बाजार में न लगाना पड़े, तो एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स एक शानदार विकल्प हैं। ये फंड्स 65% से 85% तक इक्विटी में निवेश करते हैं और बाकी हिस्सा डेट इंस्ट्रूमेंट्स (जैसे बॉन्ड्स, सरकारी प्रतिभूतियां) में यह फंड ऐसे निवेशकों के लिए सही है जो मध्यम जोखिम लेकर 3 से 5 साल तक निवेश करना चाहते हैं।
5. मल्टी एसेट एलोकेशन फंड्स – एक फंड, कई फायदे

ये फंड्स कम से कम तीन अलग-अलग एसेट क्लास में निवेश करते हैं, जैसे इक्विटी (शेयर), डेट (बॉन्ड्स), गोल्ड कुछ फंड्स इन्विट्स, REITs और अंतरराष्ट्रीय शेयरों में भी निवेश करते हैं। इसका फायदा यह है कि जब एक एसेट डाउन होता है, तो दूसरा पोर्टफोलियो को संभाल सकता है। जो निवेशक थोड़ा ज्यादा जोखिम उठाकर विविधता चाहते हैं उनके लिए यह बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते समय ध्यान रखें
- सिर्फ रिटर्न देखकर निवेश न करें।
- अपने निवेश का उद्देश्य, समयसीमा और जोखिम उठाने की क्षमता को समझें।
- SIP (Systematic Investment Plan) के जरिए नियमित निवेश करना ज्यादा समझदारी है।
- किसी भी निवेश से पहले फंड के पिछले प्रदर्शन और फंड मैनेजर की रणनीति को समझना ज़रूरी है।
- अगर आप शुरुआत कर रहे हैं, तो किसी वित्तीय सलाहकार से मार्गदर्शन ज़रूर लें।
Note: म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेश करने से पहले स्वयं रिसर्च करें या विशेषज्ञ से सलाह लें।
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