भोपाल। मध्य प्रदेश के चर्चित IPS सचिन अतुलकर (IPS sachin atulkar) को राजधानी भोपाल का ACP बनाया गया है। अतुलकर हमेशा मीडिया की सुर्खियों में रहते हैं। उनसे संबंधित हर छोटी से बड़ी खबर को लोग जानना चाहते हैं। सचिन का जन्म भोपाल में ही हुआ है और उन्हें काफी शांत स्वभाव वाले अधिकारी के रूप में जाना जाता है।
22 साल की उम्र में IPS बने
वे साल 2007 में महज 22 साल की उम्र में IPS बन गए थे। इन्हें पूरे देश में फिटनेस के लिए भी जाना जाता है। फीटनेस और काम करने के तरीके के कारण इनकी जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। फिटनेस के मामले में इनके सामने अच्छे-अच्छे बॉडीबिल्डर भी फेल हो जाते हैं। सचिन अपने काम के साथ-साथ वर्कआउट पर भी काफी ध्यान देते हैं। वे रोजाना 1-2 घंटे जिम में पसीना बहाते हैं।
इस कारण से बने IPS
सचिन अतुलकर से जब बंसल न्यूज ने पूछा था कि आप कैसे इतने कम उम्र में IPS बन गए, तो उन्होंने कहा था कि फैमिली बैकग्राउंड के कारण ये सब संभव हुआ है। क्योंकि उनके पिता फॉरेस्ट ऑफिसर थे और बड़ा भाई आर्मी में हैं। ऐसे में उनके पास और कोई विकल्प नहीं था कि उन्हें कुछ और बनना है। उनका शुरू से ही फोकस था कि उन्हें सिविल सर्विसेज में ही करियर बनाना है।
सफल होने का गुरू मंत्र
बतादें कि कॉलेज खत्म करने के तुरंत बाद ही पहले अटेम्प्ट में उनका चयन सिविल सर्विस में हो गया था। उन्होने इस परीक्षा में 258वां रैंक हासिल किया था। सचिन आगे बताते हैं कि उन्होंने इसके लिए तैयारी ही ऐसी की थी कि रिजल्ट सबसे सामने था। कोई भी काम अगर आप लगन के साथ करते हैं तो बाद में आपको सुखद अनुभुती होती है। उन्होंने गुरू मंत्र देते हुए कहा था कि “अगर आप मंजिल पर पहुंचने का मजा लेना चाहते हैं, तो यात्रा में भी उस मजे को शामिल किजिए” सफलता जरूर हाथ लगेगी।
फिटनेस की तरफ कैसे आए?
फिटनेस के सवाल पर सचिन कहते हैं कि पढ़ाई के साथ-साथ उनका शुरूआत से ही स्पोट्स और एथलेटिक्स की तरफ झुकाव था। उन्होंने स्कूल के तरफ से नेशनल लेवल तक क्रिकेट भी खेला है। ट्रेनिंग के दौरान भी उनका इंटरेस्ट बरकरार रहा। फील्ड में आने के बाद उन्होंने बॉडी बिल्डिंग को चुना। ताकि अपने आप को फिट रखने के साथ-साथ स्ट्रेस फ्री भी रख सकें।
सचिन अतुलकर का वर्कआउट प्लान
बता दें कि सचिन अतुलकर हफ्ते में 5-6 दिन एक्सरसाइज करते हैं। एक्सरसाइज में वे सभी बॉर्डी पार्ट को शामिल करते हैं। इसके अलावा वे योग और मैडिटेशन भी करते है।
सोमवार को वे चेस्ट और ट्राइसेप्स की एक्सरसाइज करते हैं।, इसमें वे 7-8 एक्सरसाइज शामिल करते हैं। मंगलवार को वे बैक और बाइसेप्स की एक्सरसाइज करते हैं। बुधवार को लेग की एक्सरसाइज या फिर कार्डियो करते हैं। गुरूवार के दिन वे शोल्डर की एक्सरसाइज करते हैं। साथ में वे इसमें एब्स की एक्सरसाइज को भी शामिल करते हैं। शुक्रवार को वे बॉर्डी के वीक पार्ट पर फोकस करते हैं और उसकी एक्सरसाइज करते हैं। शनिवार को वे या तो लेग्स की एक्सरसाइज करते हैं,या फिर स्लो कार्डियो करते हैं। रविवार को वे आराम करते हैं, ताकि बॉर्डी रिकवर हो पाए। हालांकि, उनका वर्कआउट प्लान समय के अनुसार बदलता भी रहता है।
अन्य फिजिकल एक्टिविटी
अतुलकर को GYM के अलावा साइकिलिंग और हॉर्स राइडिंग का काफी शौक है। उन्होंने अपनी ट्रेनिंग के दौरान इसमें गोल्ड मेडल भी हासिल किया हुआ है। अतुलकर हमेशा अपने काम को लेकर चर्चा में रहते हैं, फिर चाहे वह बालाघाट में नक्सलियों से मुठभेड़ हो या उज्जैन में शांतिपूर्ण तरीके से कुंभ का आयोजन करवाना। बताया जाता है कि उन्हें एक बार बिगबॉस से भी ऑफर आया था, लेकिन उन्होंने ठुकरा दिया था। सचिन कहते हैं कि वे रील लाइफ से ज्यादा रियल लाइफ में हीरो बनना पसंद करते हैं।
सफलता का कारण अपनी टीम को मानते हैं
वह जहां भी जाते हैं एक टीम का गठन करते हैं और उसी के तालमेल से काम करते हैं। अपनी टीम में शामिल लोगों को भी वे फीट रहने के लिए प्रेरित करते हैं और इसी के सहारे वे जटिल से जटिल प्रकरण का भी उद्भेदन करते हैं। सचिन को यारों का यार और दुश्मनों का दुश्मन माना जाता है। आम लोगों के बीच वे काफी शालीन स्वभाव के साथ पेश आते हैं, वहीं जो गलत करता है उसके साथ काफी कड़ाई से पेश आते हैं।
सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते हैं
सचिन अतुलकर युवाओं के लिए एक प्ररेणास्रोत हैं। सोशल मीडिया पर भी वे काफी एक्टिव रहते हैं। उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर वर्तमान में 1 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं। वहीं twitter पर भी उनके तकरीबन 19 हजार फॉलोअर्स हैं।