International Chess Day 23 July 2025: शतरंज का नाम जहन में आते ही मैग्नस कार्लसन, गैरी कास्पारोव, विश्वनाथन आनंद , बॉबी फिशर और अब गुकेश डोम्मराजू… जैसे कुछ ग्रैंडमास्टर्स की तस्वीरें उभर कर सामने आ जाती हैं। शतरंज को लेकर पिछले कुछ साल से भारतीयों में रूचि तेजी से बढ़ रही है। परिणाम है गुकेश जैसे नए खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुकाम बना चुके हैं।
अब आपको बता दें, आज हम शतरंज की क्यों बात रहे हैं। आज यानी 20 जुलाई को विश्व शतरंज दिवस (International Chess Day) मनाया जाता है। इस खेल की कई खूबियों हैं। इससे दिमाग तेज होता है। शतरंज आईक्यू लेवल को बेहतर बनाता है। साथ ही इस खेल से सीखने की क्षमता में भी तेजी से विकास होता है। इस विशेष मौके पर आइए, आज इस माइंड गेम के फायदों की बात करते हैं।
1. शतरंज से तेज होता है दिमाग
दिमागी कसरत के लिए शतरंज एक शानदार गेम है। शतरंज खेलने से मेमोरी बूस्ट होती है। इससे अवसाद और चिंता का खतरा कम होता है। साथ ही इस गेम से अल्जाइमर का खतरा कम हो सकता है।
2. याददाश्त बढ़ाती है
शतरंज एक ऐसा खेल है, जिसमें खिलाड़ी को चालें याद रखने और सीखने की जरुरत होती है। ऐसे में यह गेम याददाश्त बढ़ाने में मददगार साबित होता है। इससे स्मरण शक्ति (Memory Power) में सुधार होता है। जो लोग शतरंज खेलते हैं, उनकी सीखने की क्षमता में तेजी से विकास होता है। यह गेम अल्जाइमर (alzheimer) और डिमेंशिया (Dementia) जैसी बीमारियों से भी बचाता है। जब कोई शतरंज खेल रहा होता है, तो उसके दिमाग को लगातार चुनौती का सामना करना पड़ता है। जिससे उसके दिमाग की एक्टिविटी बढ़ जाती है।
जो बच्चे स्कूल, घर या एकेडमी में शतरंज सीखते हैं, उनकी पढ़ाई पर भी इसका अच्छा प्रभाव पड़ता है। पढ़ते समय उनकी याददाश्त और एकाग्रता में सुधार होता है।
3. आत्मविश्वास का बढ़ना
शतरंज खेल में खिलाड़ी अकेला होता है। उसे खेल से संबंधित निर्णय खुद ही लेने होते हैं और इसके परिणाम के लिए भी खिलाड़ी ही जिम्मेदार होते हैं। अगर वो हारते हैं, तो उनकी गलत चालें जिम्मेदार होती हैं और गेम जीत लेते हैं, तो इसके लिए उनकी सूझबूझ की तारीफ होती है। इस तरह शतरंज खेलने से जिम्मेदारी का अहसास होता और आत्मविश्वास भी बढ़ता है। इस गेम से आप खुद पर भरोसा करना सीखते हैं।
4. समस्या का हल करना सीखते हैं
शतरंज एक पहेली की तरह है, इसे जीतने के लिए हल करने की जरूरत होती है। इस गेम में चालें चलने के लिए सोचने का भी अभ्यास होता है। गेम में आने वाली समस्या को हल करने के लिए आप दिमाग पर अतिरिक्त जोर डालते हैं, जिससे माइंड तेजी से काम करता है। इससे आप किसी भी समस्या का हल भी तेजी से ढूंढना सीख जाते हैं।
5. IQ लेवल बढ़ाता है
शतरंज लोगों के आईक्यू को बेहतर बनाता है। कई रिसर्च में यह साबित हो चुका है कि शतरंज के खिलाड़ियों का आईक्यू लेवल दूसरों की तुलना में बेहतर होता है। एक रिसर्च के अनुसार, जिन बच्चों ने शतरंज खेला, उनका आईक्यू शतरंज ना खेलने वालों की तुलना में अधिक था।