Interesting Facts: ये चीजें कभी पुरुषों के लिए बनाई जाती थीं, लेकिन आज महिलाएं इन्हें धड़ल्ले से इस्तेमाल करती हैं

नई दिल्ली। दैनिक जीवन में हम कई ऐसी चीजों का इस्तेमाल करते हैं, जिसका निर्धारण जेंडरर के हिसाब से किया गया है। इनमें से एक है पहनावा। जैसे हम आमतौर पर शर्ट, टी-शर्ट, पैंट और टाई को पुरूषों का परिधान मानते हैं। वहीं साड़ी, सूट, लॉन्ग ड्रेसेज, गहने और हाइ हिल्स आदि को महिलाओं का पहनावा माना जाता है।
यही नहीं हमने परूषों के रंग और महिलाओं के रंग को भी बांटा हुआ है। पिंक या रेड को महिलाओं का रंग माना जाता है, जबकि ब्लू कलर को पुरूषों का रंग माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पूर्व में कई ऐसे ड्रेस थे या पहनावा था जिन्हें पुरूषों के लिए बनाया गया था, लेकिन आज उन्हें महिलाएं इस्तेमाल करती हैं। सुनने में बात शायद आपको थोड़ी सी अजीब लग रही हो लेकिन ये बिल्कुल सच है। आइए जानते हैं इन चीजों के बारे में…
1.) ईयरिंग
ईयरिंग को सबसे पहले ‘पर्सेपोलिस’ के फारसी पुरूष पहनते थे। आज भी वहां के महलों की दीवारों पर मौजूद नक्काशियों में फारसी सैनिक कान में ईयरिंग्स पहने नजर आ जाएंगे।

2.) हाई हील्स
फिल्मों में आपने पार्टी या फिर किसी मीटिंग को होस्ट करते हुए महिलाओं को हाई हील्स पहने हुए देखा होगा। हमारी घरेलू महिलाएं भी शादी या पार्टी में हाई हील्स पहनती हैं। लेकिन आप ये जानकर हैरान हो जाएंगे कि इसे कभी पुरूषों के लिए बनाया गया था। ताकि वे इसे पहनकर घुड़सवारी कर सकें। माना जाता है कि घुड़सवारी करते समय अगर हाई हील के जूते इस्तेमाल किए जाए, तो उससे पकड़ मजबूत होती है।
3.) पिंक कलर
आज के समय में पिंक को लड़कियों का रंग माना जाता है। लेकिन 18वीं सदी तक गुलाबी रंग, लाल रंग का एक रूप माना जाता था, जिसे युद्ध से जोड़कर देखा जाता था। उस समय पिंक कलर को पुरूषों का रंग माना जाता था।

4.) सेनिटरी नेपकिन
पिरियड के दौरान महिलाएं जिस सेनिटरी नेपकिन का इस्तेमाल करती हैं, उसे कभी पुरूषों के लिए बनाया गया था। एक रिपोर्ट के अनुसार फ्रांस में एक युद्ध के दौरान नर्सों ने इस सेनिटरी नेपकिन का आविष्कार किया था। उस दौरान इसका इस्तेमाल सैनिकों के ब्लीडिंग को रोकने के लिए बनाया गया था। हालांकि बाद में महिलाएं पिरियड के दौरान इसका इस्तेमाल करने लगीं और लोग इसे महिला प्रोडक्ट के रूप में जानने लगें।
