Potato Price Hike: लोगों पर आगे भी महंगाई की मार पड़ सकती है। पिछले दो सप्ताह में आलू, प्याज, टमाटर जैसी प्रमुख सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिसका असर खाद्य महंगाई दर पर दिख सकता है।
उपभोक्ता मंत्रालय (Consumer Ministry) के डेटा के मुताबिक, खुदरा बाजार में आलू के दाम में सालाना (annual) आधार पर 37 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है और यह फिलहाल 20 रुपए किलो बिक रहा है।
वहीं प्याज की रिटेल कीमत में 20 फीसदी की बढ़त हुई है और यह 30-35 रुपए प्रति किलोग्राम है। टमाटर की कीमत सालाना आधार पर 50 प्रतिशत तक बढ़ी है।
इतनी हो सकती है सब्जियों की महंगाई
आशंका जताई जा रही है कि मई महीने में महंगाई के आंकड़े में कुछ तेजी दिख सकती है। दरअसल मई महीने में सब्जियों की महंगाई 10 फीसदी के पार रहने की आशंका है।
इसके लिए आलू (Potato Price Hike) को जिम्मेदार बताया जा रहा है, जिसका इस्तेमाल लगभग सभी घरों की रसोई में बड़े पैमाने पर होता है।
आलू के बढ़ते भाव ने बढ़ाया जोखिम
पिछले एक महीने में आलू की कीमतों में 12 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखी गई है। सालाना आधार पर तो आलू 37 फीसदी के आस-पास महंगा बिक रहा है। यह महंगाई के बास्केट में संतुलन बिगाड़ सकता है।
खुदरा महंगाई के बास्केट में सब्जियों का वेटेज करीब 7.5 फीसदी है। फूड इंफ्लेशन (food inflation) में सब्जियों का शेयर 15 फीसदी से ज्यादा है। ऐसे में आलू की बढ़ती कीमतें परेशानियां बढ़ा सकती हैं।
किसानों के चेहरे पर आई खुशी
पिछले कुछ दिनों में आलू के दामों में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को मिली है। किसानों का कहना है कि उनका आलू 1400 रुपये कुंतल के भाव में जा रहा है। पहले के मुकाबले इस बार के रेट काफी अच्छे हैं।
किसानों का कहना है कि उनकी फसल हाथों हाथ खेत से बिक जा रही है। किसानों का कहना है कि आलू का भाव प्रोडक्शन के हिसाब से ठीक है।
रिपोर्ट्स बताती हैं कि किसान भाइयों को तमाम कोल्ड स्टोर बोरा, ट्रांसपोर्टिंग आदि एडवांस में दे रहे हैं। कई सालो बाद आलू की कीमतों में आए उछाल से किसानों के चेहरे पर खुशी है।