इंदौर। कहते हैं जहां चाह वहा राह…इस बात को Indore Topper Judge Ankita Nagar इंदौर की एक बेटी ने कर दिखाया है। जी हां यहां एक साधारण सब्जी बेचने वाले की बेटी ने जज बन कर न केवल अपने पिता का नाम रोशन किया बल्कि दुनिया के लिए एक मिसाल पेश की है। बुधवार को जैसे ही रिजल्ट हाथ लगा, हाथ में रिजल्ट लेकर खुशी से झूमती सीधे सब्जी बेच रही मां के पास पहुंची और बोली मम्मी मैं जज बन गई। आपको बता दें अंकिता के पिता इंदौर में मूसाखेड़ी में सब्जी का ठेला लगाते हैं।
25 साल की अंकिता ने एससी कोटे में पाया 5 वां स्थान —
अंकिता के पिता सब्जी का ठेला लगाते हैं। 25 वर्षीय अंकिता नागर ने सिविल जज एग्जाम में एससी कोटे के तहत 5वीं रेंक हालिस की है। बेटी की इस उपलब्धि से परिवार में सभी बेहद खुश हैं। मां—बाप की तपस्या और अंकिता की मेहनत रंग लाई है। अंकिता के माता—पिता बचपन से ही सब्जी का ठेला लगाकर उसे पढ़ाते आ रहे हैं। बड़ी मेहनत के बाद अंकिता ने मां—बाप के सपनों को पूरा कर दिखाया है।
अंकिता भी बेचती हैं सब्जी
अंकिता का कहना है कि वे भी परिवार में सभी सदस्यों के समान ही सब्जी बेचने में मदद करती हैं। मम्मी पापा दोनों की सब्जी का ठेला लगाते हैं। उसमें वे भी हाथ बटाती हैं। बड़ा भाई रेत मंडी में काम करता है। जबकि छोटी बहन की शादी हो चुकी हैं।
पिता ने बताया अंकिता की सफलता का राज —
अंकिता के पिता कहना है कि वो रोजाना 8 घंटे पढ़ाई में देती है। इतना ही नहीं सब्जी की दुकान पर काम ज्यादा होने पर वहां भी हाथ बटाती है।
क्या कहती हैं अंकिता —
मीडिया को दी जानकारी में अंकिता ने बताया कि उन्होंने इंदौर के वैष्णव कॉलेज से 2017 एलएलबी करके 2021 में एलएलएम की परीक्षा पास की है। तीन साल से वे सिविल जज की तैयारी कर रही हैं। इसके बाद कड़ी मेहनत के साथ जज की तैयारी में जुट गईं। दो बार चयन न होने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मारी। माता—पिता का हौसला मुझे हिम्म्त देता रहा। इसके बाद आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और वे जज बन गईं।
सभी के लिए मिसाल है बेटी —
अंकिता के पिता अशोक नागर के अनुसार बेटी अंकिता ने काफी संघर्ष किया है। उसके बाद इस मुकाम पर पहुंच पाई है। उसके अनुसार उनकी आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण कई बार पिताजी को पैसे उधार लेकर किताबे दिलानी पड़ी। पर उसकी पढ़ाई नहीं रुकने दी।