Super Swachh League 2025 Indore: देश की सुपर स्वच्छ लीग में इंदौर ने एक बार फिर अपनी श्रेष्ठता साबित करते हुए पहला स्थान हासिल किया है। 10 लाख से अधिक जनसंख्या श्रेणी में इंदौर को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला है। नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से यह सम्मान प्राप्त किया।
यह अवॉर्ड उन शहरों को दिया गया जो वर्ष 2021 से 2023 के बीच स्वच्छता रैंकिंग में टॉप-3 में बने रहे। विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित समारोह में यह सम्मान प्रदान किया गया।
मंत्री विजयवर्गीय और महापौर गीता ने लिया अवॉर्ड

देश की सबसे सुपर स्वच्छ लीग में इंदौर ने एक बार फिर अपनी श्रेष्ठता साबित की है। 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों की श्रेणी में इंदौर को पहला स्थान मिला है। इस उपलब्धि पर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सम्मान प्राप्त किया।
अन्य शहरों का प्रदर्शन

- भोपाल को 10 लाख से अधिक आबादी वाली कैटेगरी में दूसरा स्थान मिला। महापौर मालती राय और मंत्री विजयवर्गीय ने राष्ट्रपति से सम्मान लिया।
- उज्जैन को 3 से 10 लाख आबादी वाले शहरों की श्रेणी में सुपर स्वच्छ शहर का पुरस्कार मिला।
- बुधनी को 20 हजार से कम आबादी वाले कस्बों की श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ।
देवास, शाहगंज, जबलपुर, और ग्वालियर को भी उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। जबलपुर और ग्वालियर को आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सम्मान प्रदान किया।
स्टार रेटिंग और ODF+ नतीजे भी जल्द
आयोजन के दौरान कचरा मुक्त शहरों की स्टार रेटिंग और ODF/Water Plus मानकों पर आधारित रैंकिंग भी जारी की जाएगी। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश से मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी, कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद हैं।
50 हजार से 3 लाख आबादी वर्ग में देवास टॉप पर
इस बार 50 हजार से 3 लाख की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में देवास ने देशभर में पहला स्थान हासिल किया है। इससे पहले इस कैटेगरी में जबलपुर 13वें स्थान पर था।
जबलपुर को स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में 5वीं रैंक
जबलपुर नगर निगम को स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में देशभर में 5वीं रैंक प्राप्त हुई है। यह पहली बार है जब जबलपुर इतनी ऊंची रैंकिंग पर पहुंचा है।
उज्जैन और बुधनी को भी मिला स्वच्छता सम्मान

3 से 10 लाख की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में उज्जैन को ‘सबसे सुपर स्वच्छ शहर लीग’ में सम्मानित किया गया है। वहीं, 20 हजार से कम जनसंख्या वाले शहरों की श्रेणी में बुधनी को अवॉर्ड मिला है।
2017 से लगातार नंबर 1, अब रोल मॉडल बना इंदौर
स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर ने एक बार फिर अपनी बादशाहत कायम रखते हुए साबित कर दिया है कि वह स्वच्छता के मामले में देश का अगुआ शहर है। वर्ष 2017 से अब तक लगातार आठवीं बार इंदौर पहले नंबर पर आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इंदौर के तेज़ कामकाज और नवाचारों की तारीफ करते हुए कह चुके हैं, “जब दूसरे शहर किसी काम को करने की सोचते हैं, इंदौर तब तक उसे कर चुका होता है।
इंदौर का जनभागीदारी आधारित मॉडल, नवाचारों की लंबी श्रृंखला और आपसी तालमेल इसे अन्य शहरों से कहीं आगे रखता है। अब जबकि देश के बाकी शहर शीर्ष रैंकिंग के लिए होड़ में लगे हैं, इंदौर एक विशेष पायदान पर पहुंच चुका है।
इंदौर अब देश को देगा स्वच्छता का मंत्र
इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इस बार भारत सरकार ने इंदौर और इंदौर जैसे शहरों के लिए एक अलग ‘सुपर स्वच्छ लीग’ बनाई थी, जिसमें भी इंदौर सबसे ऊपर रहा। अब इंदौर सिर्फ नंबर 1 शहर नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक मार्गदर्शक मॉडल बन गया है।
स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर अब अन्य शहरों को दिशा दिखाएगा और उन्हें सिखाएगा कि साफ-सफाई को कैसे एक जनआंदोलन बनाया जा सकता है।
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