Indore News: मध्य प्रदेश के इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विजय गुप्ता की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई। आपको बता दें कि स्वाइन फ्लू से इस साल ये पहली मौत हुई है। प्रोफेसर गुप्ता पिछले एक हफ्ते से हॉस्पिटल में भर्ती थे। वे डिस्चार्ज होने वाले थे कि इसी बीच उनकी मौत की खबर से पूरे शहर में हड़कंप मच गया है। प्रोफेसर विजय गुप्ता स्कूल ऑफ डेटा साइंस के विभागाध्यक्ष थे।
इंदौर में DAVV के सीनियर प्रोफेसर विजय गुप्ता की स्वाइन फ्लू से मौत, 7 दिन से थे हॉस्पिटल में एडमिट#Indore #DAVV #SwineFlu #MPNews https://t.co/lVwzXECY11
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) September 8, 2024
कॉन्फ्रेंस में भाग लेने से बिगड़ी तबीयत
बता दें कि उनकी H1 H2 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। हालांकि देर शाम उन्हें कार्डियक अरेस्ट होने की भी सूचना मिली थी। इसके बाद उन्होंने इंदौर में ही आयोजित एक इंटर नेशनल कॉन्फ्रेंस में भाग लेने से उनकी तबीयत और बिगड़ गई थी।
शनिवार को हॉस्पिटल से होने वाले थे डिस्चार्ज
प्रोफेसर शनिवार को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने वाले थे। इसके बाद वे कैंपस के गणेश उत्सव कार्यक्रम में शामिल होते, लेकिन इसी बीच उनके निधन की खबर मिली। CMO डॉ. बीएस सेत्या के मुताबिक, प्राइवेट हॉस्पिटल को कल्चर सैंपल और सरकारी लैब में जांच के लिए भेजने थे, जिन्हें नहीं भेजा जा सका। हम सरकारी लैब से आनी वाली रिपोर्ट को ही मान्य करते हैं।
रविवार दोपहर 1 बजे निकलेगी शव यात्रा
प्रोफेसर विजय गुप्ता स्कूल ऑफ डेटा साइंस के विभागाध्यक्ष थे। उन्होने स्टूडेंट्स को होने वाली प्रॉब्लम्स को लेकर कई काम किए। उनकी शव यात्रा रविवार 8 सितंबर को दोपहर एक बजे उनके निज निवास P-4, DAVV टीचर्स क्वार्टर, खंडवा रोड, इन्दौर (Indore News) से रीजनल पार्क मुक्ति धाम जाएगी।
स्वाइन फ्लू को कैसे पहचानें?
अगर आपको सर्दी के साथ सांस लेने में दिक्कत हो रही है। नाक या आंखों से पानी आ रह है। गले में दर्द के साथ-साथ भूख नहीं लग रही है, तो समझ जाएं कि स्वाइन फ्लू के संपर्क में आने लगे हैं। तत्काल डॉक्टर से सलाह लें।
ऐसे फैलता है स्वाइन फ्लू
स्वाइन फ्लू एक संक्रमित रोग है, जो कि किसी एक व्यक्ति के छींकने, खांसने से पास ही में बैठे किसी दूसरे व्यक्ति को पकड़ लेता है। ये नवजातों, गर्भवतियों और 16 साल तक की उम्र वाले बच्चों या जिनकी उम्र 55 साल या उससे ज्यादा है, उनमें बहुत जल्दी फैलता है।
ये खबर भी पढ़ें: ज्यादा सोचना नहीं हैं सामान्य: कहीं आप तो नहीं इस बीमारी का शिकार, डिसिजन लेने में आती है दिक्कत तो पढ़ें पूरी खबर