Indore News: इंदौर नगर निगम कर्मी बुधवार से आर्मी जैसी वर्दी पहनकर काम कर रहे हैं. निगम की रिमूवल गैंग के लिए आर्मी कमांडोज जैसा ड्रेस कोड आज से लागू कर दिया गया है. हालांकि अब इस पर सियासी घमासान भी शुरू हो गया है. कांग्रेस ने इसको लेकर कहा कि ये सेना का अपमान है और आम लोगों में डर फैलाने का प्रयास किया जा रहा है.
नगरकर्मियों में नहीं है अनुशासन
कांग्रेस के प्रवक्ता विवेक खंडेलवाल ने कहा कि कई नगर निगम कर्मचारी अनुशासनहीन हैं. कभी ये पैसा वसूली करते, कभी तंबाकू खाते और शराब पीते नजर आते हैं. ऐसे में ये वर्दी का अपमान होगा. फौज की ड्रेस हर कोई नहीं पहन सकता। इस तरह की वर्दी क्विक रिस्पॉन्स टीम और पैरामिलिट्री वाले भी पहनते हैं. वहीं कांग्रेस के इस आरोप पर महापौर ने कहा कि इस रंग की ड्रेस पहनना कोई अपराध नहीं है.
रिमूवल गैंग अतिक्रमण के विरुद्ध करता है काम
दरअसल निगम का रिमूवल गैंग अतिक्रमण हटाने का काम करता है. ऐसी कार्रवाई नगर में रोज कहीं न कहीं होती ही है. ऐसे में कई बार विवाद की स्थिति बनी रहती है. हाल ही में कई बार निगम कर्मियों पर हमले हुए हैं. रिमूवल गैंग के सदस्यों का कहना है कि कई बार नाराज होकर लोग हाथापाई, अपशब्द का प्रयोग करने लगते हैं. अब नए ड्रेस कोड से ऐसी स्थिति से बचा जा सकेगा.
निगम कमिश्नर बोले शिकायत करने पर होगा विचार
इंदौर निगम कमिश्नर शिवम वर्मा ने कहा कि वर्दी पहनने वालों को अनुशासन का पालन करना होगा. किसी भी प्रकार की कोई शिकायत मिलने पर उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही अगर वर्दी को लेकर कोई आपत्ति आती है, तो उसे भी कंसीडर किया जाएगा.
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धारा 171 के तहत दर्ज हो सकता है केस
गृह मंत्रालय ने पत्र जारी कर कहा था कि जो लोग अनाधिकृत तरीके से इंडियन फोर्सेस (आर्मी, नेवी, एयरफोर्स) की वर्दी या उसके जैसी दिखने वाली यूनिफॉर्म पहनते हैं, उन पर आईपीसी की धारा-140 और 171 के तहत मामला दर्ज कराया जा सकता है. आईपीसी की धारा-140 के मुताबिक, अगर कोई यह दिखाने के लिए कि वह इंडियन फोर्सेस का हिस्सा है.