इंदौर। देश तेजी के आईटी क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। इसी बीच मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह ने आईटी के लिए इंदौर को लेकर एक बड़ी बात कही है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कहा है कि देश में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) का अगला डेस्टिनेशन इंदौर होगा। सीएम ने कहा कि स्वच्छता और कार्य के बेहतर वातावरण को हमने ब्रांड के रूप में स्थापित किया है। चौहान ने कहा कि उद्योग और निवेश की सुगम प्रक्रियाएँ, सहयोगी और उत्साहवर्धक व्यवहार तथा बेहतर कनेक्टिविटी एवं पर्याप्त अधोसंरचना सभी क्षेत्रों में निवेश के लिए प्रदेश को उपयुक्त बनाता है। मुख्यमंत्री ने ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’से पहले उद्योगपतियों और निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा में यह बात कही।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर इंदौर में सातवीं ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का वर्चुअल शुभारंभ किया। गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली और सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी कार्यक्रम में विशिष्ट रूप से शामिल हुए और संबोधन दिया। प्रारंभ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने न्यूयॉर्क से वर्चुअल संबोधन दिया। प्रमुख निवेशकों ने भी मध्यप्रदेश में निवेश के संबंध में अपने विचार रखे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत की आजादी का अमृत काल शुरू हो चुका है। सभी पूरी गति से विकसित भारत के निर्माण में जुटे हैं। ऐसे में मध्यप्रदेश का सामर्थ्य और संकल्प निर्णायक भूमिका निभाएगा। आस्था, अध्यात्म से लेकर पर्यटन तक और कृषि, शिक्षा से लेकर दक्षता संवर्धन तक मध्यप्रदेश अजब भी है, गजब भी है और सजग भी। विकसित भारत के निर्माण में मध्यप्रदेश की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इंदौर में हो रही यह समिट सही अर्थ में वैश्विक है। इस समिट में जहां दो देश सूरीनाम और गुयाना के राष्ट्रपति आए हैं, वही समिट में मारीशस के वित्त मंत्री, बांग्लादेश के वाणिज्य मंत्री, जिंबॉब्वे के खनिज मंत्री भी आए हैं। विश्व के 33 देश के प्रतिनिधि आए हैं। कुल 84 देश के 431 डेलिगेट्स आए हैं। आज मध्यप्रदेश की विशेषताओं की विशेष चर्चा हुई है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में उद्योगों के लिए तैयार वातावरण से उद्योगपति परिचित हुए हैं।