Advertisment

शादी के लिए किराए पर दिया इंदौर का प्राचीन गोपाल मंदिर: परिसर में ही नियम हुए तार-तार, कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश

Indore Gopal Mandir: इंदौर के ऐतिहासिक गोपाल मंदिर में मांगलिक अनुमति के नाम पर नियमों का उल्लंघन किया गया है।

author-image
Shashank Kumar
Indore Gopal Mandir

Indore Gopal Mandir: इंदौर के ऐतिहासिक गोपाल मंदिर में मांगलिक अनुमति के नाम पर नियमों का उल्लंघन किया गया है। रविवार को यहां एक परिवार ने भव्य शादी समारोह का आयोजन किया। इस आयोजन में फूलों से विशाल डेकोरेशन किया गया और गर्भगृह के सामने हवन कुंड बनाया गया। मेहमानों के लिए शाही बर्तनों में भोजन परोसा गया, जो मंदिर के नियमों के विरुद्ध है।

Advertisment

कमिश्नर ने कलेक्टर को दिए जांच के निर्देश

हालांकि, अब मामले (Indore Gopal Mandir) पर कमिश्नर दीपक सिंह ने कलेक्टर आशीष सिंह को निर्देश दिया है कि इसकी जांच करवाई जाए। इसके बाद कलेक्टर ने जांच की जिम्मेदारी अपर कलेक्टर ज्योति शर्मा को सौंपी है। इसके बाद से ही मंदिर प्रबंधन और संबंधित परिवार जांच के दायरे में हैं।

तीन साल पहले स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत हुआ था जीर्णोद्धार

राजबाड़ा स्थित ऐतिहासिक गोपाल मंदिर का तीन साल पहले स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत करोड़ों की लागत से जीर्णोद्धार किया गया था। यह मंदिर भक्तों के लिए विशेष है, जहां आमतौर पर केवल छोटे धार्मिक और मांगलिक आयोजन होते हैं। लेकिन रविवार को यहां नियमों का उल्लंघन करते हुए एक भव्य विवाह समारोह आयोजित किया गया।

फूड स्टॉल्स और टेंट लगाकर रोका रास्ता 

मंदिर को फूलों से सजाया गया, गलियारों में सोफे और कुर्सियां लगाई गईं, और गर्भगृह के सामने हवन कुंड बनाकर फेरे संपन्न कराए गए। चौंकाने वाली बात यह थी कि भोजन की व्यवस्था भी मंदिर परिसर में ही की गई, फूड स्टॉल्स और टेंट लगाकर रास्ता अवरुद्ध कर दिया गया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ।

Advertisment

25 हजार रुपए की रसीद कटवाकर गोपाल मंदिर को किया बुक

रविवार को मंगलगीत की गूंज सुनकर भक्तों ने जब यह नजारा देखा तो नाराजगी जताई और विरोध किया। बताया जा रहा है कि शहर के एक व्यवसायी ने मात्र 25 हजार रुपए की रसीद कटवाकर गोपाल मंदिर को किराए पर लिया था।

प्रबंधन को बताया गया था कि युवक-युवती की शादी पहले ही हो चुकी है और यहां केवल आशीर्वाद लेने और प्रसाद वितरण का कार्यक्रम है। लेकिन दो दिनों तक मंदिर में भव्य सजावट और मेहमानों के स्वागत की तैयारियां की गईं।

ये भी पढ़ें:  MP धान खरीदी: चुनावी वादे के भरोसे पर धान की बंपर पैदावार, अब मनमाफिक दाम न मिलने से अन्नदाता निराश!

Advertisment

दर्शन के लिए आए भक्तों को रोका गया

मंदिर के अंदर और बाहर रेड कार्पेट बिछाए गए, स्टेज लगाया गया, और डीजे पर गाने बजते रहे। इस दौरान दर्शन के लिए आए भक्तों को भी रोका गया। उल्लेखनीय है कि गोपाल मंदिर पुरातत्व विभाग के अधीन है, जहां इस प्रकार के भव्य आयोजनों की अनुमति नहीं होती।

सके बावजूद यह आयोजन कैसे हुआ, यह सवाल बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि एक एसडीएम ने इस आयोजन की अनुमति दी थी, जिन्हें बताया गया था कि यह एक छोटा मांगलिक आयोजन है, क्योंकि शादी पहले ही हो चुकी है।

दो अफसरों पर गिरी गाज

हालांकि मामले में, कमिश्नर दीपक सिंह ने बड़ा एक्शन लिया है। दो अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है, जिनमें मंदिर प्रबंधक के.एल. कौशल की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं। इसके अलावा, माफी अधिकारी डिप्टी कलेक्टर विनोद राठौर से प्रभार वापस ले लिया गया है और मंदिर में शादी के मामले में जांच रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं।

Advertisment

ये भी पढ़ें: शिक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट में खुलासा: 1211 सरकारी स्कूलों में नहीं हैं कोई विद्यार्थी, फिरभी 1924 शिक्षक पदस्थ

MP news Indore News Ancient Gopal Mandir Commissioner Deepak Singh
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें