भोपाल। आपको जानकर खुशी होगी कि भारती रेल के इंजीनियों ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिसे जानकर हर भारतीय को गर्व होगा। दरअसल जम्मू-कश्मीर की चेनाब नदी पर जाहां कोई भी निर्माण करना लगभग असंभव होता है। ऐसी परिस्थितियों में भारतीय रेलवे ने यह कारनामा कर दिखाया है।
आब लगभग 1315 मीटर लंबा रेलवे ब्रिज बनकर तैयार है। यह भारत के जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले में बक्कल व कौरी के बीच एक स्टील और कंक्रीट की मदद से बनाया गया पुल है। पुल को नदी के ऊपर 359 मीटर की ऊंचाई पर बनाया गया है, जिससे यह दुनिया का सबसे ऊंचा रेल पुल बन गया है। बताया गया कि इस पुल का निर्माण अगस्त 2004 में शुरु किया गया था जो अब जाकर पूरा हुआ है। यह एक डाटदार पुल, डेक आर्च ब्रिज है।
आपको बता दें कि हाल ही में चेनाब ब्रिज से लेकर टनल टी-14 तक सभी सुरंगों, पुलों और ट्रैक लिंकिंग कार्यों का निरीक्षण रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने किया है। परियोजना अधिकारियों को विशेष रूप से टी-14 और बीएलटी कार्यों को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
विनय कुमार त्रिपाठी, अध्यक्ष व सीईओ, रेलवे बोर्ड ने 9 से 10 सितंबर 2022 तक यूएसबीआरएल परियोजना, उत्तर रेलवे के कटरा-बनिहाल (111 किलोमीटर) खंड पर चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया। T-1 और T-2 सुरंगों का निरीक्षण करते हुए, अंजी ब्रिज (कटरा अंत), भारतीय रेलवे का पहला केबल स्टे ब्रिज है, जिसकी कुल लंबाई 725 मीटर है।
अधिकारियों ने अपने दौरे के दौरान अंजी पुल के रियासी छोर का निरीक्षण किया। उन्होंने रियासी स्टेशन भवन के कार्य का भी निरीक्षण किया। बेसमेंट के रूप में सर्कुलेटिंग एरिया के नीचे जीआरपी और आरपीएफ बैरकों के निर्माण को भी निरीक्षण दल को रेखांकित किया गया था।
दरअसल ‘राष्ट्रीय महत्व‘ की एक परियोजना, यूएसबीआरएल परियोजना का उद्देश्य जम्मू और कश्मीर को निर्बाध, परेशानी मुक्त और हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करना है। वीके त्रिपाठी, अध्यक्ष और सीईओ रेलवे बोर्ड ने हाल ही में परियोजना के विभिन्न स्थलों पर प्रगति का जायजा लिया।