नई दिल्ली। भारतीय मुक्केबाज गोविंद साहनी (48 किग्रा) ने शनिवार को स्थानीय दावेदार नटहाफोन थुआमचेरोन पर आसान जीत के साथ फुकेट में थाईलैंड ओपन का स्वर्ण पदक जीता। भारतीय मुक्केबाज ने अपने दमदार मुक्कों से तीनों दौर में दबदबा बनाते हुए 5-0 से जीत दर्ज की।
जानें कैसा रहा मुकाबला
अमित पंघाल (52 किग्रा) और मोनिका (48 किग्रा) को हालांकि फाइनल में हार के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा। विश्व चैंपियनशिप 2019 के रजत पदक विजेता पंघाल को फिलिपीन्स के रोगेन लेडन के खिलाफ बेहद कड़े मुकाबले में खंडित फैसले में 2-3 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। दोनों मुक्केबाजों के बीच बेहद कड़ा मुकाबला देखने को मिला। भारत के 26 साल के पंघाल ने पहला दौर जीता लेकिन लेडन अगले दो दौर जीतकर मुकाबला अपने नाम करने में सफल रहे। दूसरी तरफ मोनिका को भी कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद स्थानीय मुक्केबाज चुटामस राक्सा के खिलाफ 0-5 की हार के साथ रजत पदक मिला।
भारत के हिस्से में आए 6 पदक
भारत ने टूर्नामेंट में एक स्वर्ण, दो रजत और तीन कांस्य पदक के साथ कुल छह पदक जीत लिए हैं। शुक्रवार को मनीषा (57 किग्रा), पूजा (69 किग्रा) और भाग्यवती कचारी (75 किग्रा) ने कांस्य पदक जीते। टूर्नामेंट के पिछले सत्र में भारत ने एक स्वर्ण, चार रजत और तीन कांस्य पदक के साथ कुल आठ पदक जीते थे। शनिवार को ही आशीष कुमार, अनंत प्रह्लाद चोपाडे, वरिंदर सिंह और सुमित भी स्वर्ण पदक के लिए चुनौती पेश करेंगे।