Paralympics: पेरिस परालंपिक में भारत ने 29 मेडल जीतकर अपना सफर खत्म किया। 10वें दिन हमारे देश को 2 मेडल मिले। जैवलिन थ्रो में नवदीप ने गोल्ड और विमेंस 200 मीटर रेस में सिमरन ने ब्रॉन्ज मेडल दिलाया। मेडल टैली में भारत 15वें नंबर पर रहा।
भारत का पैरालंपिक बेस्ट प्रदर्शन
भारत ने 7 गोल्ड, 9 सिल्वर और 13 ब्रॉन्ज मेडल जीते। ये भारत का बेस्ट प्रदर्शन है। इससे पहले टोक्यो पैरालंपिक में हमारे खिलाड़ियों ने 5 गोल्ड समेत 29 मेडल जीते थे। पैरालंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी 9 सितंबर रात 11:30 बजे से होगी।
एथलेटिक्स में सबसे ज्यादा मेडल
भारत ने इस पैरालंपिक में एथलेटिक्स में ही 17 मेडल जीत लिए। खिलाड़ियों ने 4 गोल्ड, 6 सिल्वर और 7 ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए। बैडमिंटन दूसरा बेस्ट स्पोर्ट रहा। इसमें खिलाड़ियों ने 1 गोल्ड, 2 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज मेडल जीते।
आर्चरी में पहली बार गोल्ड मेडल
हमारे देश को पैरा आर्चरी में पहली बार स्वर्ण पदल मिला। हरविंदर सिंह ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया। वहीं आर्चरी में राकेश कुमार और शीतल देवी की जोड़ी ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। जूडो में पहली बार देश को ब्रॉन्ज मेडल मिला।
नवदीप के मेडल का रंग बदला
जैवलिन थ्रोअर नवदीप का सिल्वर गोल्ड में बदल गया। ईरानी एथलीट के डिसक्वालिफाई होने के बाद उन्हें गोल्ड मिल गया। नवदीप ने तीसरे अटेम्प्ट में 47.32 मीटर भाला फेंका था। ये पैरालंपिक रिकॉर्ड रहा, लेकिन ईरान के सादगेह सायाह ने 5वें अटेम्प्ट में 47.64 मीटर भाला फेंक दिया।
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क्यों डिसक्वालिफाई हुआ ईरानी एथलीट
ईरानी एथलीट ने आतंकी संगठन से जुड़ा फ्लैग दिखाया था, इसलिए उन्हें डिसक्वालीफाई कर दिया गया। चीन के पेंगजियांग सुन का ब्रॉन्ज मेडल सिल्वर में बदल गया। नवदीप का सिल्वर गोल्ड में बदल गया।
सिमरन के नाम ब्रॉन्ज मेडल
विमेंस टी-12 कैटेगरी में सिमरन ने 200 मीटर रेस में ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया। वे 100 मीटर रेस में मेडल जीतने से चूक गई थीं। फाइनल में उन्होंने 24.75 मीटर के टाइम में रेस पूरी की। क्यूबा की एथलीट ने गोल्ड और वेनेजुएला की एथलीट ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
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