India Weather Forecast: सावन का महीना शुरू होने में कुछ दिन बचे हैं लेकिन इससे पहले ही मानसून पूरे देश में सक्रिय हो चुका है। मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है। जुलाई में बनने वाले पांच लो प्रेशर सिस्टम भारी बारिश कराएंगे। इसे लेकर आईएमडी ने बाढ़ की आशंका भी जताई है। चलिए जानते हैं आने वाले दिनों के लिए मौसम का पूर्वानुमान क्या कहता है।
जुलाई में देश के इन राज्यों में सामान्य से ज्यादा बारिश के आसार
मौसम विभाग (IMD) के अनुसार देशभर में मॉनसून सक्रिय हो चुका है। आईएमडी (IMD) की रिपोर्ट में बताया गया है कि जुलाई के महीने में भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से ज्यादा बारिश होने के आसार हैं। खास तौर पर मध्य भारत, उत्तराखंड और हरियाणा में बाढ़ का खतरा रहेगा। इन राज्यों को सतर्क रहने की चेतावनी दी जा रही है।
इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विज्ञानियों की मानें तो हमारे मॉडल ऊपरी महानदी जलग्रहण क्षेत्र में सामान्य से ज्यादा बारिश का संकेत दे रहे हैं, जिसमें छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश शामिल हैं। इन इलाकों में कई महत्वपूर्ण नदियां भी बहती हैं, इसलिए जलस्तर और बारिश की गतिविधि पर नजर रखना जरूरी है।
उत्तराखंड और हरियाणा में भी अच्छी बारिश की आशा जताई जा रही है। दिल्ली समेत इस क्षेत्र के कई शहर और कस्बे भी प्रभावित हो सकते हैं। हमें इन राज्यों के नदी जलग्रहण क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए।
जुलाई में बनेंगे पांच लो प्रेशर सिस्टम (July Weather Forecast)
मौसम विभाग के अनुसार जब मॉनसून ट्रफ लाइन (Monsoon Trough) अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण की ओर खिसकती है तो इस स्थिति में एक के बाद एक निम्न दबाव प्रणाली (Low Pressure System) बनती हैं। जिसके कारण भारी बारिश होती है। जुलाई में औसतन पांच लो प्रेशर सिस्टम बनने की संभावना रहती है, जो पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ती हैं।
कहां होगी कम बारिश?
आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार पूर्वोत्तर भारत, पूर्वी भारत के कई इलाके और दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में सामान्य से कम बारिश के आसार है। हालांकि, इन क्षेत्रों में कई जगहों पर औसत अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे भी रह सकता है। वहीं, पूर्वोत्तर, उत्तर-पश्चिम, पूर्व और दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान रह सकता है।
इन नदियों में बाढ़ के आसार
मौसम विभाग के अनुसार मध्य भारत और दक्षिणी प्रायद्वीप से लगे इलाकों जैसे पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, विदर्भ, तेलंगाना, गुजरात और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है। इसमें गोदावरी, महानदी और कृष्णा जैसी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों पर खास निगरानी रखने की जरूरत है। यहां बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना होगा।
जुलाई में होती है इतनी बारिश
आईएमडी के अनुसार पूरे देश में जुलाई महीने में औसतन 28 सेंटीमीटर बारिश होती है। ऐसे में मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए प्रभावित राज्यों में प्रशासन और लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है ताकि बारिश के कारण होने वाली किसी भी आपदा से बचा जा सके।