नई दिल्ली। India Corona Update भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण (Corona Update) के 2,710 नए मामले सामने आने से देश में अब तक संक्रमित हो चुके मरीजों की संख्या बढ़कर 4,31,47,530 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या 15,814 पर पहुंच गई, जो एक दिन पहले 15,414 थी।
जानें अब तक कोरोना की स्थिति
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शुक्रवार सुबह आठ बजे अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक, 14 और संक्रमितों के दम तोड़ने से मृतक संख्या बढ़कर 5,24,539 हो गई है। मंत्रालय ने बताया कि संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या कुल मामलों का 0.04 फीसदी है, जबकि संक्रमण से मुक्त होने वालों की राष्ट्रीय दर 98.75 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 400 की वृद्धि दर्ज की गई है।मंत्रालय के मुताबिक, दैनिक संक्रमण दर 0.58 फीसदी, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 0.52 प्रतिशत है। वहीं, देश में अब तक 4,26,07,177 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं, जबकि कोविड-19 मृत्यु दर 1.22 फीसदी है।आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रव्यापी कोविड रोधी टीकाकरण अभियान के तहत देशभर में अब तक टीके की 192.97 करोड़ से ज्यादा खुराक लगाई जा चुकी हैं।
जानें देश में कैसा है कोरोना काल
गौरतलब है कि देश में सात अगस्त 2020 को कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर 2020 को 90 लाख के पार चले गए थे।देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। इस साल 26 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार हो गए थे। पिछले 24 घंटे में देश में हुई 14 मौतों में से 12 की जान केरल में गई है, जबकि दिल्ली और महाराष्ट्र में एक-एक संक्रमित ने दम तोड़ा। कोविड के कारण देश में हुई कुल 5,24,539 मौतों में से महाराष्ट्र में 1,47,858, केरल में 69,655, कर्नाटक में 40,106, तमिलनाडु में 38,025, दिल्ली में 26,208, उत्तर प्रदेश में 23,519 और पश्चिम बंगाल में 21,203 लोगों की जान गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।