भारत ने नेपाल को दो पनबिजली परियोजनाओं से पैदा बिजली को शनिवार मध्यरात्रि से तत्कालिक बिजली बाजार (RTM) पर बेचने की अनुमति दे दी है। नेपाल बिजली प्राधिकरण (NEA) ने यह जानकारी दी है। यह पहली बार है जबकि भारत ने परियोजना-वार मंजूरी दी है जिससे यह सुनिश्चित होगा कि नेपाल भारत के RTM में अपनी पनबिजली बेच सकेगा।
पहले बिजली के आयात-निर्यात में लगता था एक दिन का समय
NEA के प्रवक्ता सुरेश बहादुर भट्टाराई ने बताया कि भारत के केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA) ने पहले चरण में पनबिजली परियोजनाओं- 19.4 मेगावाट लोअर मोदी और 24.25 मेगावाट कबेली बी-1 से उत्पन्न 44 मेगावाट बिजली को RTM में व्यापार करने की अनुमति दी है। उन्होंने कहा कि डे अहेड और RTM दोनों बाजारों में दो परियोजनाओं से बिजली की बिक्री के लिए मंजूरी मिल गई है।
भट्टाराई ने कहा, “पहले बिजली के आयात-निर्यात के लिए एक दिन का इंतजार करना पड़ता था।” उन्होंने कहा, “अब हम बिक्री से केवल 1.15 घंटा पहले बोली लगाकर व्यापार कर सकते हैं। अब हम अचानक बिजली बंद होने या बिजली उत्पादन बढ़ने की स्थिति में बिजली खरीद या बेच सकते हैं।”
भट्टाराई ने कहा, “हम उम्मीद कर सकते हैं कि अन्य परियोजनाएं भी आने वाले दिनों में RTM में बिजली बेचने में सक्षम होंगी।’’
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