हाइलाइट्स
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पटवारियों ने शुरू की अनिश्चितकालीन हड़ताल
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सालों से लंबित मांगों का नहीं हो रहा निराकरण
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किसानों, छात्रों को हो रही सबसे ज्यादा समस्या
CG Patwari Strike 2024: पिछले कई सालों से अपनी मांगों के निराकरण की मांग कर रहे पटवारियों ने 8 जुलाई 2024 से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है।
पटवारी वेतन विसंगति, संसाधन, भत्ते स्टेशनरी भत्ता, अतिरिक्त हल्का भत्ता समेत अन्य मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं।
इन मांगों को लेकर सड़क पर उतर गए छत्तीसगढ़ के पटवारी, जानिए क्यों कर रहे हड़ताल?@vishnudsai#chhattisgarh #CGNews #patwari #chhattisgarhnews pic.twitter.com/jeXZAvFWRD
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) July 8, 2024
बता दें कि राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ के बैनर तले प्रदेश के पटवारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल (CG Patwari Strike 2024) शुरू कर दी है।
पटवारियों की हड़ताल के चलते अब तहसीलों में लोगों के काम नहीं हो सकेंगे। पटवारियों का कहना है कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी, हमारी हड़ताल जारी रहेगी।
राजस्व मंत्री को सौंपा था मांग पत्र
अनिश्चितकालीन हड़ताल (CG Patwari Strike 2024) पर जाने से पहले राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ ने सरकार में राजस्वमंत्री टंकराम वर्मा को 32 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा था।
इसी के साथ ही मंत्री से 32 सूत्रीय मांगों के निराकरण की मांग की गई थी। राजस्व मंत्री ने पटवारियों की मांगों के निराकरण को लेकर आश्वासन भी दिया था, लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ। इस पर पटवारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है।
इन प्रमुख मांगों को लेकर हड़ताल
राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ के बैनर तले प्रदेश के पटवारी हड़ताल (CG Patwari Strike 2024) पर हैं। पटवारियों की जो प्रमुख मांगे हैं उनमें वेतन विसंगति दूर कर वेतन में बढ़ोतरी की मांग है।
इसी के साथ ही वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति, संसाधन एवं भत्ते दिए जाएं। स्टेशनरी भत्ता, अतिरिक्त प्रभार के हल्के का भत्ता, पटवारी भर्ती के लिए योग्यता स्नातक की जाए।
पटवारियों को मुख्यालय निवास की बाध्यता से मुक्त रखा जाए। बिना विभागीय जांच के एफआईआर दर्ज नहीं की जाए। इन्हीं प्रमुख मांगों के साथ ही 32 मांगों के निराकण की मांग पटवारी कर रहे हैं।
पटवारियों के हड़ताल से ये काम प्रभावित
छत्तीसगढ़ में पटवारियों की हड़ताल (CG Patwari Strike 2024) शुरू हो गई है। पटवारियों की हड़ताल से राजस्व संबंधी सारे काम ठप हो गए हैं। पटवारियों के हड़ताल पर जाने से छात्रों को भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में शैक्षणिक सत्र 2024-25 की शुरुआत हो गई है। ऐसे में छात्रों को कॉलेजों, स्कूलों और छात्रावासों समेत अन्य शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश पाने के लिए कई तरह के प्रमाण पत्रों और पटवारी टीप की जरूरत होती है।
पटवारियों के हड़ताल पर होने से छात्रों को आय प्रमाण पत्र, मूल निवासी प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, समग्र, राशन कार्ड, नामांतरण, बंटवारा समेत ऐसे कई काम हैं, जो कि पटवारी की टीप के बगैर संभव नहीं है। ऐसे में लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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आम जनता को ज्यादा हो रही परेशानी
पटवारी संघ के प्रांताध्यक्ष भागवत कश्यप का कहना है कि पटवारियों को ऑनलाइन राजस्व का डाटा फीड करना होता है। जबकि पटवारियों के पास संसाधनों की कमी है। वे अपने खर्च पर ही इंटरनेट, कंप्यूटर समेत अन्य व्यवस्थाएं कर रहे हैं।
वहीं विभाग के पोर्टल में कई तरह की समस्या है, जिनकी पूर्ति करना अनिवार्य है। पोर्टल पर कमियों के चलते आम जनता ज्यादा परेशान हो रही है। वहीं उन्होंने कहा कि राजस्व संबंधी कई कार्य ऐसे हैं, जिनमें बदलाव या सुधार की जरूरत होती है तो पोर्टल में एडिट का ऑप्शन ही नहीं है।
इसी तरह पटवारियों ने वेतन विसंगति और वेतन में बढ़ोतरी, पदोन्नति समेत अन्य प्रमुख मांगों को लेकर हड़ताल शुरू की है।