मीरपुर। श्रेयस अय्यर और रविचंद्रन अश्विन ने विषम परिस्थितियों में धैर्य और प्रतिबद्धता का अनूठा उदाहरण पेश करते हुए आठवें विकेट के लिए 71 रन की अटूट साझेदारी करके भारत को बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच में रविवार को यहां तीन विकेट से रोमांचक जीत दिलाई। भारत ने 145 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सुबह चार विकेट पर 45 रन से आगे खेलना शुरू किया लेकिन उसने तीन विकेट जल्दी गंवा दिए जिससे उसका स्कोर सात विकेट पर 74 रन हो गया। अय्यर (46 गेंदो पर नाबाद 29) और अश्विन (66 गेंदों पर नाबाद 42) ने यहीं से जिम्मेदारी संभालकर 105 गेंदों पर 71 रन की साझेदारी की और बांग्लादेश के जबड़े से जीत छीन कर भारत को चौथे दिन लंच से पहले ही लक्ष्य तक पहुंचा दिया।
बांग्लादेश के ऑफ स्पिनर मेहदी हसन मिराज (63 रन देकर पांच विकेट) ने पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया लेकिन यह पर्याप्त साबित नहीं हुआ। भारत ने इस तरह से दो मैचों की श्रृंखला में 2-0 से क्लीन स्वीप करके विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) मैं अपनी स्थिति भी मजबूत कर ली। भारत ने चटगांव में खेला गया पहला टेस्ट मैच 188 रन से जीता था। रविवार को खेल शुरू होने के तुरंत बाद ही बांग्लादेश के स्पिनर हावी हो गए। भारत ने दिन के दूसरे ओवर में ही जयदेव उनादकट (13) का विकेट गंवा दिया था। उनादकट ने मिराज पर छक्का जड़ा लेकिन शाकिब अल हसन ने उन्हें तुरंत ही पगबाधा आउट कर दिया। उनादकट ने डीआरएस का सहारा लिया लेकिन उन्होंने ऐसा करके एक ‘रिव्यू’ ही बर्बाद किया।
ऋषभ पंत ने जवाबी हमला करने की रणनीति अपनाई ताकि गेंदबाजों पर दबाव बनाए जा सके। पहली पारी में 93 रन बनाने वाले बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को मिराज ने जल्द ही पगबाधा आउट कर दिया। पंत केवल नौ रन बना पाए। मिराज ने अक्षर पटेल (34) के रूप में अपना पांचवां विकेट लिया। उनकी सीधी गेंद पटेल के पैड से लगकर विकेटों में समा गई जिससे भारत का स्कोर सात विकेट पर 74 रन हो गया।
ऐसे में भारत पर बांग्लादेश के हाथों टेस्ट क्रिकेट में पहली हार का खतरा मंडराने लगा लेकिन अश्विन और अय्यर ने दृढ़ इरादों के साथ बल्लेबाजी की। इन दोनों ने पहले विकेट बचाए रखने को प्राथमिकता दी। अय्यर ने 41वें ओवर में शाकिब पर लगातार दो चौके जड़कर स्कोरबोर्ड को गति प्रदान की। अय्यर ने मिराज के अगले ओवर में कवर क्षेत्र में खूबसूरत चौका जमाया। बांग्लादेश ने साझेदारी तोड़ने के लिए तेज आक्रमण भी लगाया लेकिन उसकी रणनीति भी नहीं चली।
अश्विन को एक रन के निजी योग पर मोमिनुल हक ने जीवनदान दिया था और उन्होंने इसका पूरा फायदा उठाया। अश्विन ने खालिद अहमद पर दो चौके लगाकर भारत के लिए लक्ष्य 26 रन कर दिया था। मिराज को दूसरे छोर से गेंदबाजी करने के लिए बुलाया गया लेकिन अश्विन ने उन पर पहले छक्का और फिर लगातार दो चौके जमाकर भारत को जीत दिलाई। इस जीत के बावजूद भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू श्रृंखला से पहले अपने खेल में सुधार करना होगा। शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के फॉर्म चिंता का विषय है। पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में आठ विकेट लेने वाले कुलदीप यादव को इस मैच से बाहर करना भी चर्चा का विषय रहा।