दमोह। प्रदेश के दमोह विधानसभा सीट पर 17 अप्रैल को उपचुनाव होने हैं। यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियां ही अपना जोर जमाने में जुट गईं हैं। भाजपा ने जहां दो मंत्रियों को यहां का चुनाव प्रभार दे रखा है। वहीं कांग्रेस ने भी दर्जनों विधायक इस सीट को जिताने के लिए उतार रखे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस भी राम के नाम पर राजनीति का दांव खेलने की तैयारी कर रही है। इस सीट पर अब कांग्रेस भी राम का नाम जपने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस ने यहां अपने स्टार प्रचारकों में कथा वाचक साध्वी राम सिया भारती को शामिल किया है।
कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ चुकीं हैं रामसिया…
कांग्रेस की तरफ से बड़ा मलहरा सीट पर उपचुनाव में उतर चुकीं राम सिया भारती को यहां माहौल बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस यहां रामसिया भारती को उतारकर राम के नाम पर चुनावी माहौल तैयार करने में जुटी है। बता दें कि रामसिया भारती एक अच्छी कथावाचक हैं। कांग्रेस रामसिया भारती के रामनाम का इस्तेमाल दमोह सीट पर अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए करना चाहती है।
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि दमोह उपचुनाव में रामसिया भारती को सबसे आगे रखा गया है ताकि उनके प्रचार के तरीके से पार्टी को फायदा हो सके। हालांकि रामसिया के स्टार प्रचारक बनाए जाने को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर तंज कसा है। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस ने दमोह सीट पर अपनी हार स्वीकार कर ली है। इसी कारण से कांग्रेस ने यहां से सभी बड़े नेताओं को हटाकर रामसिया जैसे चेहरे को आगे करना पड़ रहा है।
राहुल लोधी ने दिया था इस्तीफा
दमोह विधानसभा सीट पर साल 2018 में कांग्रेस की टिकट पर राहुल लोधी विधायक बने थे। अक्टूबर 2020 में उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी में शामिल हो गए। जिसकी वजह से दमोह विधानसभा सीट खाली है और उस पर अब उपचुनाव होना है। बता दें कि दमोह सीट पर 17 अप्रैल को दमोह विधानसभा सीट पर उपचुनाव होंगे और 2 मई को मतों की गणना होगी। विधानसभा उपचुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए चुनाव आयोग ने बताया था कि 17 अप्रैल को वोटिंग होगी और 2 मई को नतीजा आएगा।