हाइलाइट्स
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सुप्रीम कोर्ट में नीट यूजी मामले में अहम सुनवाई
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38 याचिकाओं पर सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट
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24 लाख स्टूडेंट्स कर रहे फैसले का इंतजार
NEET UG 2024: नीट यूजी एग्जाम (NEET UG Scam 2024) पर चल रहे विवादों पर आज सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई पूरी हो चुकी है । 24 लाख स्टूडेंट्स इस फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
आज (8 जुलाई) सुप्रीम कोर्ट में नीट यूजी (NEET UG Scam 2024) से जुड़े कुल 38 याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई की गई। इन याचिकाओं में एग्जाम दोबारा कराने और परीक्षा में हुई धांधली की जांच की मांग की गई थी।
बता दें कि चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच इस मामले में सुनवाई की। इस सुनवाई में जस्टिस जेबी पार्डीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा भी शामिल हुए।
04: 07 PM
सेलेक्टेड स्टूडेंट्स का होगा री एग्जाम?
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नीट यूजी के री एग्जाम को आखिरी विकल्प रखा जाना चाहिए। सीजेआई ने कहा कि ये जानना है कि क्या पूरी परीक्षा प्रभावित हुई है और क्या नीट में मैलप्रैक्टिस करने वालों को ढूंढा जा सकता है?
अगर ऐसा होता है तो नीट यूजी का एग्जाम दोबारा सिर्फ सिलेक्टेड स्टूडेंट्स के लिए ही होगा।
04:00 PM
इस दिन होगी अगली सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट नीट यूजी मामले में अगली सुनवाई 10 जुलाई को रखी है। सीजेआई ने याचिकाकर्ताओं के सभी वकीलों से कहा है कि वह 10 जुलाई तक अपनी दलील पेश करें।
इस दौरान सभी याचिकाकर्ताओं को बताना होगा कि नीट का एग्जाम दोबारा क्यों होना चाहिए। कोर्ट ने कहा कि बुधवार को हमें एक कंसोलिडेटेड सेट दें, जो 10 पेज से ज्यादा का न हो। हम इस मामले को 11 जुलाई को सुन सकते हैं।
03:53 PM
कोर्ट ने माना- लीक हुआ था पेपर
नीट यूजी 2024 में हुई धांधली में सुप्रीम कोर्ट ने माना कि नीट का एग्जाम लीक हुआ था। कोर्ट ने कहा कि ये समझना जरूरी है कि पेपर लीक कितना व्यापक है? सिर्फ दो लोगों की चीटिंग की वजह से पूरा एग्जाम कैंसिल नहीं किया जा सकता है।
कोर्ट ने कहा कि हम ये जानना चाहते हैं कि NTA और सरकार ने पेपर लीक के आरोपियों के खिलाफ क्या कदम उठाए हैं?
5 मई को हुई थी परीक्षा
नीट-यूजी (NEET UG Scam 2024) की परीक्षा 5 मई को आयोजित हुई थी और 4 जून को इसका रिजल्ट जारी किया गया था।
क्या है मामला?
नीट यूजी (NEET UG Scam 2024) का रिजल्ट जारी होते ही कई तरह के सवाल खड़े होने लगे। दरअसल, इस साल 67 टॉपर रहे और इन सभी को 720 अंक मिले। इस दौरान 6 टॉपर्स एक ही सेंटर के पाए गए, ये सब कैसे हुआ? इसी बीच पेपर लीक की खबर भी सामने आई।
इन सभी सवालों के जवाब में एनटीए ने कहा कि इस एग्जाम में 1 हजार 563 स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स दिए गए। बताया गया कि कुछ सेंटर्स पर पेपर देरी से बांटे गए थे, जिस वजह से उन स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स दिए गए।
इसके बाद छात्रों ने एनटीए पर आरोप लगाते हुए कहा कि खास सेंटर्स के स्टूडेंट्स को ही ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं, जबकि पेपर लेट कई सेंटर्स पर हुए थे।
धीरे-धीरे ये मामला तूल पकड़ता गया और विवादों में आ गया। नीट यूजी मामले (NEET UG Scam 2024) में कई याचिकाएं दायर की गईं। इस मामले में लगातार कोर्ट में सुनवाई चल रहीं हैं।
इस मामले में छात्रों ने दोबारा एग्जाम कराने, एसआईटी बनाने की मांग समेत काउंसलिंग पर रोक लगाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।
ग्रेस मार्क्स वालों के हुए री एग्जाम
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में ग्रेस मार्क्स मिलने वाले स्टूडेंट्स के दोबारा एग्जाम (NEET UG Scam 2024) करवाने का फैसला सुनाया। 23 जून को इन 1 हजार 563 स्टूडेंट्स की दोबारा परीक्षा हुई।
रिवाइज्ड रिजल्ट (NEET UG Scam 2024) के साथ टॉपर टैली 67 से घटकर 61 हो गई है, क्योंकि 6 उम्मीदवार जिनके स्कोर लॉस ऑफ टाइम के कारण ग्रेस मार्क्स दिए जाने के बाद पूर्ण 720/720 हो गए थे, लेकिन दोबारा आयोजित हुई परीक्षा में पूर्ण स्कोर प्राप्त करने में विफल रहे। हालांकि, उन्होंने 680 से अधिक उच्च अंक हासिल किए हैं।
कोर्ट ने काउंसलिंग पर रोक लगाने से इंकार
सुप्रीम कोर्ट ने नीट यूजी (NEET UG Scam 2024) की काउंसलिंग पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था।
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