MP News: एमपी में प्रशासन व्यवस्था किस तरह से चल रही है इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि एक केंद्रीय राज्यमंत्री के परिवार से टोल प्लाजा पर अवैध वसूली की जा रही है. यह काम बीजेपी शासित मध्य प्रदेश के टोलकर्मियों ने फास्टैग को ब्लैक लिस्टेड बता कर पैसे वसूले. इसका खुलासा टोल प्लाजा द्वारा दी गई पे स्लिप से हुआ है। टोल प्लाजा पर आम नागरिकों से विवाद और वसूली होना आम बात है। इसकी पुष्टी आज के इस मामले से होती है।
प्रहलाद पटेल के परिवार से की गई वसूली
दरअसल मध्यप्रदेश के पंचायत ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के परिवार का आज शनिवार को भोपाल से गोटेगांव जा रहा था। इसी दौरान उनकी पत्नी पुष्पलता सिंह पटेल और बेटी प्रतिज्ञा सिंह पटेल, गाड़ी क्रमांक एमपी04TB 3852 से जा रहे थे। इसी दौरान गाड़ी जब टोल प्लाजा विशनखेड़ा पहुंचे तो टोल कर्मी ने बताया कि फास्टेग में रिचार्ज राशि नहीं है। जिसके बाद उन्होंने फाइन के साथ कैश 80 रुपए की रसीद कटाई।
अगले टोल प्लाजा पर फास्टैग से पैसे कटे
विशनखेड़ा पर टोल प्लाजा कर्मियों ने गाड़ी का सही और पूरा नंबर स्लिप में नहीं लिखा था। उसके बाद मंत्री प्रहलाद पटेल की पत्नी के भाई ने गाड़ी का फास्टैग रिचार्ज कराय।जब आगे बढ़े तो अगले हर्षिली टोल प्लाजा पर 10 बजकर दो मिनिट पर फास्टेग से 150 रुपए की राशि कट गई। लेकिन जब आगे चलकर खिरिया टोल प्लाजा पहुंचे तो उस टोल प्लाजा पर तैनात टोल कर्मियों ने उस फास्टेग को ब्लैक लिस्टेड करार कर दिया और कहा कि फाइन के साथ कैश पैसे देना पड़ेगें। इसके बाद फाइन के साथ 190 रुपए की राशि का कैश भुगतान कर दिया।
यहां भी रसीद में गलत नंबर लिखा
पूर्व की कैश रसीद की भांति खिरिया टोल प्लाजा की रसीद में भी गाड़ी का पूरा नंबर दर्ज नहीं किया। जब गाड़ी का सही नंबर दर्ज करने की बात कही गई तो टोल प्लाजा कर्मी ने कहा हम ऐसे ही नंबर दर्ज करते हैं। गाड़ी का पूरा नंबर दर्ज करने से इंकार कर दिया। जब फास्टेग की जांच कराई गई तो फास्टेग सही पाया गया। इससे साफ है कि किस तरीके से आम नागरिकों के साथ टोल प्लाजा कर्मियों के द्वारा लूट करने के नए नए तरीके निकाले जा रहे हैं। जब पटेल परिवार से संपर्क किया गया तो उन्होंने इस घटनाक्रम की शिकायत जिम्मेदार अधिकारीयों से कर कार्यवाही करने की बात कही।