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Drinking Water Testing Tips: जून के महीने में मौसम में काफी बदलाव आ रहा है. कभी मौसम में नरमी आ जाती है तो कभी भीषण गर्मी पड़ने लगती है. ऐसे पीने के पानी में भी कई तरह के बदलाव होते हैं. ऐसे मौसम में पानी गंदे होने की संभावना बढ़ जाती है.
अगर आप यह पानी पीते हैं तो आपको कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. आज हम आपको ऐसे घरेलू नुस्खें बताएंगे जिनसे आप घर पर ही पानी की क्वालिटी की जांच कर सकते हैं.
इन नुस्खों के लिए आपको ज्यादा पैसे खर्च करने की जरुरत नहीं पड़ेगी.
ऐसे करें पानी की जांच
पहला नुस्खा है पानी का स्वाद और गंध देखना। यदि पानी में कोई अजीब या अन-नेचुरल गंध और स्वाद है, तो यह संकेत हो सकता है कि पानी में हानिकारक केमिकल या बैक्टीरिया मौजूद हैं। क्योंकि साफ पानी में किसी भी प्रकार की गंध और स्वाद नहीं होता।
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दूसरा नुस्खा है पानी का रंग और पारदर्शिता चेक करना। यदि पानी में मटमैला पन, कोई रंग या अंश दिखाई देते हैं, तो यह पानी दूषित हो सकता है। साफ और सुरक्षित पानी हमेशा पारदर्शी होता है और उसमें कोई रंग या कण नहीं होते।
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तीसरा नुस्खा है पानी को उबालना। पानी को लगभग 5-10 मिनट तक उबालने से उसमें मौजूद अधिकांश बैक्टीरिया, वायरस और अन्य माइक्रो ओर्गानिस्म ख़त्म हो जाते हैं। उबालने के बाद पानी को ठंडा कर के उपयोग करें। यदि उबाले गए पानी में भी कोई गंध या अजीब स्वाद आता है, तो यह पानी प्रदूषित हो सकता है।
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चौथा नुस्खा है घर पर ही पानी का पीएच स्तर चेक करना। पीएच परीक्षण किट का उपयोग कर आप आसानी से पानी का पीएच स्तर जान सकते हैं। पीएच स्तर 6.5 से 8.5 के बीच होना चाहिए। अगर यह स्तर इससे अधिक या कम हो, तो पानी में एसिड या क्षार की मात्रा असामान्य हो सकती है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है।
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पांचवा नुस्खा है घर पर ही टोटल डिसॉल्व्ड सॉलिड्स (TDS) मीटर का उपयोग करना। यह उपकरण पानी में घुलित ठोस पदार्थों की मात्रा को मापता है। सुरक्षित पीने के पानी का TDS स्तर 50 से 150 पीपीएम (पार्ट्स पर मिलियन) के बीच होना चाहिए। इससे अधिक TDS स्तर होने पर पानी में हानिकारक पदार्थों की उपस्थिति हो सकती है।
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