हाइलाइट्स
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एमपी के बााजारों में मिल रहा नकली मावा
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मिलावटखोरों पर आज हाईकोर्ट में सुनवाई
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नकली पनीर/मावा सेहत के लिए खतरनाक
Nakli Mawa का करोबार एमपी के बाजार में इन दिनों धड़ल्ले से चल रहा है. इसके साथ ही नकली पनीर (Nakli Paneer) भी बाजारों में बेचा जा रहा है.
बुधवार को ही ग्वालियर में फूड डिपार्टमेंट ने 12 क्विंटल नकली मावा और तीन क्विंटल नकली पनीर जब्त किया है. होली के त्यौहार पर ये नकली मावा लोगों के घरों तक पहुंच सकती थी.
मिलावटखोरों ने त्यौहार से पहले बाजारों में नकली मावा (Nakli Mawa )और पनीर बाजार में पहुंचा दिया है. ऐसे में बाजार से पनीर या मावा खरीदने से पहले उसकी पहचान करना बेहद जरूरी हो गया है.
हाईकोर्ट में भी चल रही सुनवाई
हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ में मिलावटी खाद्य पदार्थों को लेकर लंबित जनहित याचिक पर लगातार सुनवाई चल रही है. कोर्ट ने मामले में सख्ती दिखाते हुए मिलावटखोरों पर कड़ी कार्रवाई करने और उन्हें जेल भेजने की बात कही है.
चीफ जस्टिस रवि मलिमथ ने खाद्य विभाग की कार्रवाई पर हैरानी जताते हुए कहा कि हजारों केस दर्ज करने के बाद भी सजा सिर्फ 6 केस में करा सके.
लोगों के स्वास्थ्य जुड़े मामले में फूड डिपार्टमेंट रिकवरी एजेंट के रूप में काम कर रहा है. विभाग स्पष्ट जानकारी दे. बता दें इस मामले में अगली सुनवाई आज (14 मार्च) होगी.
नकली मावा/पनीर कैसे बनता है
नकली मावा(Nakli Mawa) और पनीर तैयार करने के लिए दूध में घटिया किस्म का मिल्क पाउडर, टेलकम पाउडर, चूना, चॉक, अरारोट और सफेद केमिकल्स की मिलावट की जाती है.
इसके साथ ही नकली मावा में चिकनाई के लिए डिटर्जेंट पाउडर और घटिया क्वालिटी का वनस्पति घी मिलाया जाता है. कई जगहों पर मावा में शकरकंद, सिंघाड़े का आटा, मैदा या आलू भी मिलाते हैं.
नकली मावा और पनीर की ऐसे करें पहचान
मावा में थोड़ी सी चीनी मिलाकर गर्म करने से अगर वह पानी छोड़ना शुरू कर दे तो समझ लें मावा नकली (Fake mawa) है. मावा को नाखून से रगड़ने पर यदि घी की खुशबू न आए तो भी समझलें कि मावा नकली है.
असली मावा खाने से मुंह में कच्चे दूध की तरह स्वाद आता है. और वह मुह में चिपकती नहीं है. वहीं पनीर और मावा की असली-नकली की पहचान के लिए उसमें टिंचर आयोडीन डालें.
ऐसा करने से नकली मावा या पनीर का रंग नीला हो जाएगा. अगर रंग नीला नहीं होता तो समझलें पनीर और मावा असली है.
ग्वालियर से हो रही सप्लाई
ग्वालियर से नकली मावा (Nakli mawa) पनीर (duplicate paneer) समेत अन्य नकली फूड प्रोडक्ट (fake milk product) की सप्लाई पूरे एमपी में हो रही है. फरवरी में भी ग्वालियर से भोपाल पहुंचा नकली मावा और ननीर फूड विभाग ने जब्त किया था.
भोपाल में विभाग ने 31.50 क्विंटल मिलावटी मावा (Duplicate mawa) और 6.50 क्विंटल मिलावटी पनीर पकड़ा था. इसी तरह भिंड और मुरैना से भी कई बार खेप बरामद की गईं हैं