नई दिल्ली। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) 23-25 फरवरी के बीच शिल्प मेले का आयोजन कर रहा है जिसमें विभिन्न राज्यों की स्थानीय कला एवं शिल्प का प्रदर्शन किया जायेगा।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी और आईसीसीआर के अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे करेंगे । आईसीसीआर के अध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ शिल्प मेले में इस बात को रेखांकित किया जायेगा कि किस प्रकार से भारतीय शिल्पकला सांस्कृतिक धरोहर एवं स्थानीय आजीविका को बनाये रखते हुए धरती की पारिस्थितिकी के साथ संतुलन स्थापित करती है।’’ उन्होंने बताया कि इसके उद्घाटन कार्यक्रम में 70-75 देशों के विदेशी मिशन के प्रमुख एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति हिस्सा लेंगे ।
सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि शिल्प मेले में 11 राज्यों के 22 शिल्पकार पांच प्रकार की भारतीय पारंपरिक कला का प्रदर्शन करेंगे । इसमें बांस पर आधारित कला, कपड़ा, पारंपरिक लोक कला, पुन:चक्रीय उत्पाद आदि शामल हैं । उन्होंने बताया कि इस समारोह में मध्यप्रदेश की गौंड कला, राजस्थान की स्थानीय कला, दिल्ली से बांस से जुड़े उत्पाद, तेलंगाना से कलमकारी कला, उत्तर प्रदेश से मूंज के बास्केट, महाराष्ट्र से वर्ली कला, गुजरात से स्थानीय कलाओं का प्रदर्शन किया जायेगा ।
आईसीसीआर के महानिदेशक कुमार तुहीन ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत हर मंत्रालय अपनी तरफ से कुछ कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं और इसी श्रृंखला में विदेश मंत्रालय 21-27 फरवरी के दौरान आजादी का अमृत महोत्सव विशिष्ठ सप्ताह मना रहा है और इसी के तहत आईसीसीआर 23 फरवरी से तीन दिवसीय शिल्प मेले का आयोजन कर रहा है ।