Mahadev App Case: छत्तीसगढ़ मे महादेव सट्टा ऐप को लेकर सियसत शुरू हो चुकी है। जहां महादेव सट्टा ऐप मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम सामने आया था, वहीं अब भूपेश बघेल का बयान भी सामने आया। भूपेश बघेल ने एक जनसभा के दौरान कहा की ‘मैं अग्रिम जमानत नहीं कराऊंगा, मुझ पर ‘बिना वजह एफआईआर’ की गई है।
दरअसल कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी राजनांदगांव जिले का दौरा कर रहे हैं। वे 18 मार्च को खुटेरी और राजनांदगांव शहर में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए।
यहां उन्होंने लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा की, इस दौरान उन्होंने मीडिया से भी बात की, उन्होंने कहा कि ‘मैं लगातार 6 विधानसभा क्षेत्र के ब्लॉक स्तरीय बैठक में शामिल हो रहा हूं’ ये बैठक संपन्न हो चुकी है, 19 मार्च को पंडरिया और कवर्धा विधानसभा में बैठक होगी, लगातार ब्लॉक स्तर की बैठक चल रही है। हमारे प्रदेश में कुछ सीटें बची हुई है। उन पर जल्द उम्मीदवारों की घोषणा हो जाएगी।’
खुटेरी में कार्यकर्ताओं की नाराजगी पर
इस दौरान भूपेश बघेल ने खुटेरी में कार्यकर्ताओं की नाराजगी पर भी जवाब दिया। बता दें, कांग्रेस नेता सुरेंद्र दाऊ ने खुटेरी के कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा कि भूपेश बघेल की सरकार में 5 साल में न कार्यकर्ताओं का सम्मान हुआ, न काम को लेकर कोई बात हुई।
इस पर पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी है। यहां सबकुछ कहने की छूट मिलती है, यहां सब अपनी बात कह सकते हैं।
बिना किसी वजह मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
अपने ऊपर हुई एफआईआर को लेकर उन्होंने कहा कि मैं अग्रिम जमानत के लिए अपील नहीं करूंगा। मुझे पहले नोटिस तो दें फिर मैं जाऊंगा, मैं तो समझ लूं कि मेरे सिर क्या आरोप हैं? बिना किसी कारण एफआईआर दर्ज की गई है। जो विवारण दिया गया है उसमें मेरे नाम ही नहीं है।
हमने तो कहा था बंद कर दें, पर नहीं हुआ- बघेल
उन्होंने कहा कि सूची में मेरा नाम डाल दिया गया, हमने कानून को कड़ा किया। कार्रवाई की। पूरे देश भर में लुक आउट सर्कुलर जारी किया, हमने भारत सरकार को भी लिखा कि महादेव ऐप (Mahadev App Case) बंद होना चाहिए। फिर भी आज महादेव ऐप पर सट्टा चल रहा है, डबल इंजन की सरकार में चल रहा है। यदि गलत है तो चल क्यों रहा है प्रोटेक्शन मनी कौन ले रहा है। दिल्ली में बैठे हुए लोग ले रहे हैं या राज्य में बैठे हुए लोग ले रहे हैं। अभी भी चल रहा है, बंद हो जाना चाहिए, लेकिन हुआ नहीं क्यों।