Doctors Strike in MP: कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप-हत्या की घटना को लेकर डॉक्टर्स देशभर में विरोध जता रहे हैं। इसका असर मध्य प्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। राजधानी भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर के अस्पतालों में डॉक्टरों के आने से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
आपको बता दें कि प्रदेश के डॉक्टर मंगलवार से हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान अस्पतालों में OPD, इलेक्टिव ओटी, वार्ड ड्यूटी बंद रहेगी। इसके साथ ही लैब सेवाएं और वैकल्पिक सेवाएं भी बंद रहेंगी। सिर्फ इमरजेंसी और ट्रामा सर्विस ही चालू रहेगी। सोमवार 12 अगस्त को भी कई अस्पतालों के डॉक्टरों ने विरोध जताया था।
कई सर्जरी टलीं, OPD हो रहीं प्रभावित
पश्चिम बंगाल में कोलकाता के सरकारी हॉस्पिटल में एक महिला डॉक्टर के साथ रेप करने के बाद हत्या की घटना के विरोध में प्रदेश के सभी हॉस्पिटल के डॉक्टरों कामकाज बंद कर दिया है।
डॉक्टरों की इस हड़ताल का असर सबसे ज्यादा भोपाल के एम्स, इंदौर के MGM मेडिकल कॉलेज और MY हॉस्पिटल, ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज और जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज पर असर देखा जा रहा है। हड़ताल के चलते कई सर्जरी टल गई हैं और OPD प्रभावित हो रही हैं।
अस्पतालों में मरीज हो रहे परेशान
इंदौर में एमवाय अस्पताल से एमजीएम मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की हड़ताल का असर शहर की जनता को भोगना पड़ रहा है। इन अस्पतालों के डॉक्टरों ने सोमवार को भी एमवाय अस्पताल से एमजीएम मेडिकल कॉलेज तक कैंडिल मार्च निकाला था। आज भी डॉक्टरों ने काम बंद करके हॉस्पिटलों के बाहर तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया। यहां भी हड़ताल 14 अगस्त तक जारी रहेगी।
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) August 13, 2024
मरीजों की OPD पर पड़ रहा असर
इस विरोध का असर सीधा-सीधा OPD में आए मरीजों पर पड़ रहा है। आज डॉक्टर इमरजेंसी को छोड़कर सभी रेजीडेंट डॉक्टर्स किसी भी विभाग में काम नहीं करेंगे। इसके अलावा प्रदेश के कई शहरों के अस्पतालों में डॉक्टरों ने हड़ताल करते हुए आरोपियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है।
डॉक्टर लगातार कर रहे प्रदर्शन
कोलकाता डॉक्टर-मर्डर केस को लेकर इंदौर के जूनियर डॉक्टरों में भी आक्रोश है। सोमवार को एमजीएम मेडिकल कॉलेज और एमवायएच के डॉक्टरों ने दोपहर 3 बजे के बाद रुटीन काम बंद कर दिया। हालांकि इमरजेंसी केसों में इलाज किया जा रहा है।
प्रदेश के शहरों में डॉक्टरों ने कैंडिल मार्च निकाला। इस दौरान घटना की निंदा करते हुए दिवंगत डॉक्टर को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए।
डॉक्टरों ने की ये मांग
डॉक्टरों ने विरोध जताते हुए मांग की है कि प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में 24 घंटे सिक्योरिटी गार्ड रहें। अनजान व्यक्ति की ड्यूटी रूम और सेमिनार हॉल में एंट्री ने हो। प्रदेश के हर मेडिकल कॉलेज में भोजन और स्वलापहार की व्यवस्था 24 घंटे की हो, ताकि रेजिडेंट डॉक्टर को बाहर न जाना पड़े।
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